मनीष गुप्ता
नई दिल्ली। आईटीबीपी के महानिदेशक एसएस देसवाल ने शुक्रवार को छतरपुर के राधा स्वामी
ब्यास में कोविड केयर सेंटर का दौरा किया। उन्होंने कहा कि आईटीबीपी को पिछले 4 महीनों के दौरान पहले
छावला में एक कोविड संगरोध केंद्र और फिर नोएडा में 200 बेड के अस्पताल का प्रबंधन संभाला। हमारी मेडिकल
टीम इस संकट में लोगों की मदद करेगी। अब राजधानी के इस विशालतम कोविड केयर सेंटर के संचालन की
नोडल एजेंसी के तौर पर कार्यभार संभाला है। उन्होंने डॉक्टरों और प्रशासकों की टीम की हौसला अफजाई की।
आईटीबीपी इस केंद्र को ऑपरेट करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। डीजी देसवाल को यहां पूरी हो चुकी
चिकित्सीय व्यवस्था के बारे में जानकारी दी गई। इस मौके पर डीजी ने प्रबंधन में लगे डॉक्टर और अन्य मेडिकल
और प्रशासकों के दल से कहा कि आईटीबीपी ने रिकॉर्ड समय में चिकित्सा दलों को तैनात कर दिया है और इस
केंद्र में चिकित्सा व्यवस्था के लिए बल आज से पूरी तरह तैयार है। करीब 4 दिनों से आईटीबीपी के अनुभवी
डॉक्टरों और प्रशासकों की टीम ने राधा स्वामी ब्यास छतरपुर, नई दिल्ली के इस केंद्र में युद्ध स्तर पर तैयारियां
शुरू कर दी थीं। इस केंद्र में कोविड केयर संचालन के लिए आईटीबीपी के वरिष्ठ अधिकारियों ने करीब दो माह पूर्व
से आश्रम प्रशासन के साथ सोच विचार किया। डीजी ने पूर्व में खुद सभी वरिष्ठ अधिकारियों के साथ जाकर इस
संदर्भ में आश्रम के पदाधिकारियों के साथ विचार विमर्श किया था। इस केंद्र में मेडिकल की व्यवस्थाओं के लिए
आईटीबीपी को इसलिए चुना गया क्योंकि बल को कोरोना प्रसार के प्रारंभिक दिनों से ही इसके प्रबंधन का विशिष्ट
अनुभव है। बल ने जनवरी के अंतिम सप्ताह में देश का प्रथम और विशालतम एकान्तवास केंद्र नई दिल्ली के
छावला में स्थापित किया था जहां वुहान तथा इटली से लाए गए एक हजार से ज़्यादा लोगों की देखरेख की गई
थी। उन्होंने कहा कि इस बल के डॉक्टर को सीएपीएफ रेफरल हॉस्पिटल, ग्रेटर नोएडा में सैकड़ों कोरोना संक्रमित
केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों और उनके परिवाजनों के इलाज़ का विशेष अनुभव भी प्राप्त है। दिल्ली सरकार ने यहां
अन्य मूलभूत आवश्यकताओं की व्यवस्था की है जबकि राधा स्वामी आश्रम द्वारा इस केंद्र में सभी को खाने और
रहने आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। इस पूरी प्रक्रिया में कई संगठनों के लोग शामिल हैं और सभी के
संबंध में से इस विशालतम केंद्र का संचालन प्रस्तावित है। गृह मंत्रालय ने इस केंद्र को सहयोग करने के लिए
मेडिकल टीम स्कोर 26 जून को इसे ऑपरेट करने हेतु निर्देश दिए गए थे जिसे आज पूरा कर दिया गया है। इस
केंद्र में 10,200 से भी ज्यादा बेड यहां उपलब्ध होंगे जिनमें 90 प्रतिशत बेड उन लोगों के लिए निर्धारित होंगे
जो कोविड-19 के संक्रमण से मामूली तौर पर संक्रमित होंगे। 10 प्रतिशत बेड ऑक्सीजन आधारित होंगे और इन्हें
ऑक्सीजन के विशेष सपोर्ट और विशेष डॉक्टरों की टीम के साथ ऑपरेट किया जाएगा। मरीजों के लिए कोबिट
प्रोटोकॉल के अनुसार डॉक्टरों और मेडिकल की टीम को समानुपातिक तौर पर तैनात किए जाने की व्यवस्था कर
ली गई है। यह अब तक का सबसे बड़ा सेंटर होगा जिसमें करीब 1,000 से भी ज्यादा चिकित्सकों और
पैरामेडिकल व नर्सिंग स्टाफ के शामिल होने की संभावना है। संक्रमण के विरुद्ध चल रही कार्रवाई में विशेष
अनुभव हासिल है। यह विशालकाय कोविड केयर सेंटर बहुत बड़े इलाके में फैला हुआ है जहां चाक चौबंद सुरक्षा
व्यवस्थाओं के लिए आईटीबीपी ने विशेष इंतजाम किए हैं।