नई दिल्ली।स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर (एसपीए), नई दिल्ली का 41वां दीक्षांत समारोह दिल्ली के अगस्त क्रांति मार्ग स्थित सिरी फोर्ट ऑडिटोरियम में शुक्रवार को आयोजित हुआ। समारोह के दौरान एसपीए के 12 विद्यार्थियों को पीएचडी की डिग्री प्रदान की गई। इसके साथ ही 235 विद्यार्थियों को स्नातकोत्तर और 140 विद्यार्थियों को स्नातक डिग्रियां भी प्रदान की गई। इस अवसर पर भारत के जी20 शेरपा और नीति आयोग के पूर्व सीईओ अमिताभ कांत मुख्य अतिथि और वास्तुकला परिषद के अध्यक्ष प्रो. एआर. अभय विनायक पुरोहित विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता एसपीए के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष प्रो. अर. हबीब खान ने की। कार्यक्रम के अंत में सभी आमंत्रित अतिथियों, डिग्री प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों का धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
एसपीए के निदेशक प्रो. योगेश सिंह ने अपने स्वागत भाषण में डिग्री प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को बधाई दी। उन्होंने विद्यार्थियों को भावी जीवन में सफलता के लिए प्रेरणा देते हुए कहा कि आपका समर्पण और कड़ी मेहनत ही आपकी सफलता को तय करेंगे। प्रो. योगेश सिंह ने कहा कि देश बड़ी तेजी से तरक्की कर रहा है। अब प्लेयर और प्रफ़ोर्मर के लिए उपयुक्त समय है। हमारा देश प्रफ़ोर्मरों का देश है। आपको भी अपना अधिकाधिक योगदान राष्ट्र की प्रगति में देना है। उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे दूसरों को रोजगार देने वाले बनें। इस अवसर पर एसपीए के निदेशक प्रो. योगेश सिंह ने स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर की वार्षिक रिपोर्ट भी प्रस्तुत की।
प्रो. योगेश सिंह ने कहा कि स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर ने भारत के आर्किटेक्चर कॉलेजों के बीच इंडिया टुडे की रैंकिंग में अपना दूसरा स्थान बरकरार रखा है। शिक्षा मंत्रालय के नेशनल इंस्टीट्यूट रैंकिंग फ्रेमवर्क के अनुसार यह संस्थान 5वीं रैंक पर है और अधिक बेहतरी के लिए विभिन्न कदम उठा रहा है। उन्होंने कहा कि स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर (एसपीए), नई दिल्ली भारत में अत्याधुनिक वास्तुकला, योजना और डिजाइन शिक्षा के साथ-साथ अनुसंधान क्षेत्र में सराहनीय सुविधाएं प्रदान करता है। एसपीए को भारत सरकार द्वारा स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर (एसपीए) अधिनियम 2014 के तहत राष्ट्रीय महत्व का संस्थान घोषित किया गया है।