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कार्तिक गुप्ता मुगल सिपहसालार शायस्ता खां को विज्ञान और कला से बड़ा प्रेम था। फुर्सत के क्षणों में वह कला और विज्ञान पर नई-नई खोजें किया करता। एक दिन शायस्ता खां ने सपना देखा। किसी किले में बहुत-सा खजाना छिपा है। दूसरे दिन उसने एक ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | October 9, 2019 | 5:09 pm IST