
इस बात को हुए करीब पचास साल बीत चुके हैं लेकिन आज भी नानाजी इस बात को उतने ही मजे से बताते हैं। मेरे नानाजी तब चैथी कक्षा में पढ़ा करते थे। उनका छोटा-सा गांव था और पूरे गांव में सिर्फ एक ही स्कूल था। ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | June 20, 2023 | 6:10 pm IST