-मृत्युंजय दीक्षित- हिंदी साहित्य के महान कवि व रामचरित मानस जैसी अनुपम -ति की रचना करने वाले संत तुलसीदास का जन्म संवत् 1556 की श्रावण शुक्ल सप्तमी के दिन अभुक्तमूल नक्षत्र में हुआ था। इनके पिता का नाम आत्मा राम दुबे व माता का नाम ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | January 11, 2022 | 5:15 pm IST
सम्पादकीय / लेख
प्राण और शरीर का योग जीवन है
प्रकृति आनंद से भरीपूरी है लेकिन मनीषियों ने संसार को दुखमय बताया है। दुख और आनंद साथ-साथ नहीं रह सकते। संसार वस्तुतः हमारे मन का सृजन है। प्रकृति सदा से है। आनंद से भरी पूरी होने के कारण ही वह सतत् सृजनरत है। संसार इसी ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | January 9, 2022 | 5:09 pm IST
हमारी विरासत की पहचान है हिंदी
-सुदर्शन सोलंकी- पहले ‘विश्व हिंदी सम्मेलन’ की स्मृति में दुनियाभर में हर साल 10 जनवरी को मनाया जाने वाला विश्व हिंदी दिवस हमें एक तरफ अपनी राष्ट्रभाषा की अहमियत बताता है तो दूसरी तरफ समाज में उसकी स्वीकार्यता का स्तर उजागर करता है। अपनी भाषा ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | January 9, 2022 | 5:07 pm IST
प्रधानमंत्री की सुरक्षा को गंभीरता से न लेना पड़ सकता है महंगा
-आर.के. सिन्हा- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के काफिले को जिस तरह से पिछले दिनों पंजाब के फिरोजपुर के एक फ्लाईओवर के ऊपर बीस मिनट से ज्यादा रुके रहना पड़ा, उससे 1987 की एक घटना याद आ रही है। तमाम वैचारिक मतभेद के बावजूद, उस घटना की ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | January 9, 2022 | 5:07 pm IST
रेरणा और हिम्मत देते हैं गुरू गोबिंद सिंह के उपदेश
-योगेश कुमार गोयल- गुरु गोबिंद सिंह का जन्म 1723 विक्रम संवत् में पौष माह की शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को पटना साहिब में हुआ था। प्रतिवर्ष इसी दिन गुरु गोबिंद सिंह का प्रकाशोत्सव मनाया जाता है। इस वर्ष यह तिथि 9 जनवरी को है। ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | January 9, 2022 | 5:07 pm IST
खतरे के दौर में चुनाव
-डॉ. वेदप्रताप वैदिक- भारत के पांच राज्यों में चुनाव की घोषणा हो चुकी है। यह चुनाव-प्रक्रिया एक माह की होगी। 10 फरवरी से 10 मार्च तक! ये चुनाव उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में होंगे। इन पांचों राज्यों के चुनाव का महत्व राष्ट्रीय ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | January 9, 2022 | 5:06 pm IST
संवेदन प्रत्येक चेतन या जीव का स्वभाव
-हृदयनारायण दीक्षित- रस जीवन का प्रवाह है। हम रस अभीप्सु हैं और रस जिज्ञासु भी। अथातो रस जिज्ञासा। बातें भी रस पूर्ण होती हैं लेकिन द्रव्य या वस्तु नहीं होतीं। आनंदहीन बातचीत नीरस कही जाती है। बातों का रस बतरस कहा जाता है। रसभाव से ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | January 9, 2022 | 5:06 pm IST
सुरक्षा में चूक: लापरवाही से आगे के निहितार्थ
-डॉ. राघवेंद्र शर्मा- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में जोखिम पूर्ण लापरवाही देखकर मन व्यथित ही नहीं, अपितु आश्चर्यचकित भी है। अबतक अनेक प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति हुए, लेकिन उनकी सुरक्षा व्यवस्था में ऐसी गंभीर चूक देखने में नहीं आई। यह क्षोभ केवल इसलिए नहीं है ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | January 9, 2022 | 5:06 pm IST
वैश्विक स्तर पर बढ़ रही है हिन्दी की ताकत
विश्व हिन्दी दिवस (10 जनवरी) पर विशेष -योगेश कुमार गोयल- आधुनिकता की ओर तेजी से अग्रसर कुछ भारतीय आज भले ही अंग्रेजी बोलने में अपनी आन, बान और शान समझते हों किन्तु सच यही है कि हिन्दी ऐसी भाषा है, जो प्रत्येक भारतवासी को वैश्विक ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | January 9, 2022 | 5:05 pm IST
संघीय ढांचे पर चोट करने वाले राज्यों की सत्ताधारी पार्टियों को मिल सकता है चुनावी प्रतिफल
-डा. रवीन्द्र अरजरिया- देश के संवैधानिक संघीय ढांचे को निरंतर प्रभावित करने के प्रयास तेजी से चल रहे हैं। पंजाब राज्य में देश के प्रधानमंत्री के सुरक्षात्मक अनुशासन को तार-तार कर दिया गया। उन्हें मौत के नजदीक पहुंचाने का पूरा प्रयास किया गया। तिस पर ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | January 9, 2022 | 5:05 pm IST