
-निर्मल रानी- चाटुकारिता या ख़ुशामद परस्ती का हमारे भारतीय समाज के एक वर्ग से गहरा नाता है। इस 'कला' में पारंगत लोग किसी का महिमामंडन व उसकी चापलूसी कर उसे ख़ुश करना चाहते हैं और इसके बदले कुछ हासिल कर अपना उल्लू सीधा करना चाहते ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | May 22, 2024 | 5:34 pm IST