
-डॉ श्रीगोपाल नारसन-ज्योतिबिंदू स्वरूप आत्माउसी स्वरूप है परमात्माज्योति ही आधार जीवन काज्योति से संचार जीवन कालौकिक ज्योति सूर्य से मिलतीअलौकिक ज्योति प्रभु से मिलतीप्रकृति की सृजनता इसी सेप्रकृति की पोषणता भी इसी सेप्रभु को सदा ही यादकरोसूर्य को भी नमस्कार करोछठ पर्व का यही है ...आगे पढ़ें asiakhabar.com | October 29, 2022 | 5:27 pm IST