नई दिल्ली। दसवें, चार दिवसीय अंतरराष्ट्रीय खनन, उपकरण और खनिज (आईएमई 2023) प्रदर्शनी का आयोजन कोलकाता में 6 नवंबर 2023 से होना निर्धारित है। इसमें तीस (30) से अधिक देशों के प्रतिभागियों के शामिल होने की संभावना है।
इसके साथ चलने वाली 10वीं एशियाई खनन कांग्रेस एक ऐसा मंच मुहैया कराएगी जो खनिज उत्पादन के क्षेत्र में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रगति के लिए उन्नत तकनीकी-वैज्ञानिक सहयोग को बढ़ावा देने और आगे बढ़ाने के लिए काम करेगा। इससे स्थायी व्यवसाय के नए अवसरों के विकास के अलावा, एशियाई और वैश्विक खनन समुदाय दोनों को लाभ होगा।
अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी में वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों, इलेक्ट्रिक वाहनों के साथ-साथ खनन, खनिज और संबद्ध उद्योगों के लिए संसाधनों का प्रदर्शन किया जाएगा।
इस वर्ष के खनन कांग्रेस का विषय, “वैश्विक परिवर्तन की तुलना में सर्वोत्तम खनन प्रथाओं के लिए रोडमैप” होगा। उम्मीद है कि इसमें सर्वोत्तम खनन प्रथाओं पर विचार-मंथन होगा और हाल के विकास, अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों, उपकरणों की उपलब्धता का जायजा लिया जाएगा। इसमें क्षेत्र में डिजिटल बदलाव सहित प्रासंगिक अत्याधुनिक नवाचार शामिल है।
इस कार्यक्रम का उद्घाटन माननीय कोयला, खान एवं संसदीय कार्य मंत्री, भारत सरकार द्वारा किये जाने की उम्मीद है। इस मौके पर भारत के विदेश व्यापार आयोगों और केंद्र व राज्य सरकारों के कई अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति रहेगी।
इस्पात, धातुकर्म, निर्माण – उपकरण, सामग्री, वैकल्पिक ऊर्जा स्रोत, इलेक्ट्रिक वाहन के साथ-साथ खनन, खनिज और संबद्ध उद्योगों जैसे बड़े क्षेत्रों के संगठन इस कार्यक्रम में भाग लेंगे।
एमजीएमआई के साथ मिलकर टैफकॉन द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में ऑस्ट्रेलिया, चीन, चेक गणराज्य, जर्मनी, पोलैंड, रूस, तुर्की, ईरान, यूके और अमेरिका के साथ कई देशों के व्यापार प्रतिनिधिमंडलों के अलावा 25,000 उच्च मूल्य वाले व्यावसायिक आगंतुकों, करीब 15,000 व्यापार आगंतुकों और 1,000 प्रतिनिधियों के आने की उम्मीद है।
मेगा अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनियों और सम्मेलनों के विवरण की घोषणा करते हुए टैफकॉन प्रोजेक्ट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध कार्यकर्ता, आईपी वाधवा ने कहा, “यह इस्पात, धातुकर्म (मेटलर्जी), निर्माण – उपकरण, सामग्री आदि के अलावा भविष्य की वैकल्पिक ऊर्जा और इलेक्ट्रिक वाहन खंड जैसे विभिन्न क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करने वाला पहला मंच होगा।”
भारत की सफल प्रदर्शनियों और सम्मेलनों में से एक के रूप में प्रस्तुत, इस चार दिवसीय मेगा कार्यक्रम में कई संबंधित बी2बी बैठकों की पेशकश की जाएगी जो समवर्ती कार्यक्रमों के रूप में एक ही स्थान पर आयोजित की जाएंगी: आईएमई – प्रमुख कार्यक्रम आईएसएमई – अंतरराष्ट्रीय इस्पात और धातुकर्म प्रदर्शनी, सीईएम – अंतरराष्ट्रीय निर्माण, उपकरण एवं सामग्री प्रदर्शनी।
यह बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि इस समय भारत दुनिया का सबसे बड़ा कच्चा इस्पात उत्पादक है और विकास को गति देने वालों में निर्माण की प्रमुख भूमिका है।
ऊर्जा क्षेत्र में नई प्रगति और पहल की वैश्विक आवश्यकता के साथ, ये बी2बी प्रदर्शनियां बढ़ती अंतरराष्ट्रीय उपस्थिति और व्यवसायों के फलने-फूलने के लिए एक अद्वितीय स्थान होने का वादा करती हैं।