मुंबई। अमेरिका में आर्थिक विकास दर में उम्मीद से अधिक बढ़ोतरी होने और बेरोजगारी कम होने से उत्साहित निवेशकों की स्थानीय स्तर पर हुई दमदार लिवाली की बदौलत बीते सप्ताह 2.8 प्रतिशत की छलांग लगाकर ऊंचाई के नए शिखर पर पहुंचे घरेलू शेयर बाजार की अगले सप्ताह चाल निर्धारित करने में वैश्विक घटनाक्रम, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) का रुख और वाहन बिक्री आंकड़ों की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी।
बीते सप्ताह बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 1739.19 अंक अर्थात 2.8 प्रतिशत की छलांग लगाकर सप्ताहांत पर 64718.56 अंक के सर्वकालिक रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 523.55 अंक यानी 2.8 प्रतिशत की तेजी लेकर 19189.05 अंक के नए शिखर पर रहा।
समीक्षाधीन सप्ताह में बीएसई की दिग्गज कंपनियों की तरह मझौली और छोटी कंपनियों में भी जमकर लिवाली हुई। इससे मिडकैप 798.86 अंक अर्थात 2.9 प्रतिशत उछलकर सप्ताहांत पर 28776.20 अंक स्मॉलकैप 611.96 अंक यानी 1.9 प्रतिशत चढ़कर 32602.14 अंक पर रहा।
विश्लेषकों के अनुसार, चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में अमेरिका के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर के उम्मीद से अधिक दो प्रतिशत रहने और बेरोजगारी काम होने से वैश्विक अर्थव्यवस्था के मजबूत होने की उम्मीद बढ़ी है। इसके साथ ही अगले सप्ताह रूस यूक्रेन संकट के अलावा अन्य वैश्विक घटनाक्रम पर भी निवेशकों की नजर रहेगी।
अगले सप्ताह बाजार को दिशा देने में रुपये के प्रदर्शन, कच्चे तेल की कीमत और एफआईआई एवं घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) की लिवाली की भी अहम भूमिका रहेगी। एफआईआई जून में कुल 27,250.01 करोड़ रुपये के लिवाल रहे। इसी तरह डीआईआई का कुल निवेश 4,458.23 करोड़ रुपये रहा।
घरेलू स्तर पर अगले सप्ताह जून में वाहनों की हुई बिक्री के आंकड़े आने वाले हैं। साथ ही मई में आठ बुनियादी उद्योग के उत्पादन, वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह के जारी हो चुके आंकड़े के साथ ही एचडीएफसी और एचडीएफसी बैंक के विलय की भी अगले सप्ताह बाजार को दिशा देने में अहम भूमिका रहेगी। हालांकि अगले सप्ताह बाजार में ऊंचे भाव पर मुनाफावसूली होने की भी संभावना है।
बीते सप्ताह गुरुवार को बकरीद पर अवकाश के कारण बाजार में चार दिन ही कारोबार हुआ। रूस यूक्रेन संकट से वैश्विक बाजार में आई गिरावट के दबाव में स्थानीय स्तर पर हुई बिकवाली से सोमवार को सेंसेक्स 9.37 अंक फिसलकर 62,970.00 अंक पर आ गया जबकि निफ्टी 25.70 अंक की बढ़त लेकर 18,691.20 अंक पर पहुंच गया। वैश्विक बाजार के मिलेजुल रुख के बीच स्थानीय स्तर पर वित्तीय सेवाएं, बैंकिंग और रियल्टी समेत सत्रह समूहों में हुई लिवाली से मंगलवार को सेंसेक्स 446.03 अंक की छलांग लगाकर 63 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर के पार 63,416.03 अंक और निफ्टी 126.20 अंक उछलकर 18,817.40 अंक पर रहा।
अंतरराष्ट्रीय बाजार की तेजी के बीच स्थानीय स्तर पर टाटा टेक्नोलॉजीज के आईपीओ को सेबी की मंजूरी, चालू खाता घाटा (सीएडी) कम होना और एचडीएफसी एवं एचडीएफसी बैंक के विलय की तिथि नजदीक आने से उत्साहित निवेशकों की चौतरफा लिवाली की बदौलत बुधवार को सेंसेक्स 499.39 अंक की तेजी लेकर 63,915.42 अंक के नए रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ। इसी तरह निफ्टी भी 154.70 अंक की उड़ान भरकर नई ऊंचाई 18,972.10 अंक पर रहा। अमेरिका में पहली तिमाही में आर्थिक विकास के उम्मीद से अधिक मजबूत आंकड़े आने और रोजगार बढ़ने से उत्साहित निवेशकों की स्थानीय स्तर पर हुई चौतरफा लिवाली से शुक्रवार को सेंसेक्स 803.14 अंक की उड़ान भरकर 64,718.56 अंक नए शिखर और निफ्टी 216.95 अंक की तेजी लेकर 19,189.05 अंक के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया।