मुंबई: बैंकिंग लॉजिस्टिक्स और टेक्नोलॉजी सर्विसेज देने वाली वाली भारत की लीडिंग व्यावसायिक सेवा कंपनी (बिजनेस सर्विसेज कंपनी) सीएमएस इंफो सिस्टम्स लिमिटेड (CMS Info Systems Limited) ने आज ‘सीएमएस इंडिया कैश वाइब्रेंसी रिपोर्ट 2023’ जारी की है। सीएमएस इंफो सिस्टम्स के मालिकाना वाली सीएमएस कैश इंडेक्स™ (CCI) द्वारा समर्थित यह रिपोर्ट, इस बात पर प्रकाश डालती है कि वित्त वर्ष 2022 की तुलना में वित्त वर्ष 2023 की अवधि में कंज्यूमर्स द्वारा कैश के उपयोग का ट्रेंड कैसा है.
यह रिपोर्ट सीएमएस कैश इंडेक्स™ (2016 में विभिन्न कॉमर्स प्वॉइंट पर अर्थव्यवस्था में कैशबैक के प्रवाह को ट्रैक करने के लिए लॉन्च किया गया) के सापेक्ष प्रदर्शन को देखती है। यह वेटेड इंडेक्स है, जिसे एटीएम चैनलों के माध्यम से प्रचलन में आने वाले कैश और रिटेल चैनल प्वॉइंट्स से कलेक्ट किए जाने वाले कैश के आधार पर बनाया गया है। दोनों को सीएमएस इंफो सिस्टम्स – बनाम एस एंड पी ग्लोबल इंडिया कंपोजिट पीएमआई (S&PGIPMI) द्वारा कवर किया गया है – जो आर्थिक गतिविधि में विस्तार (एक्सपेंशन) और संकुचन (कांट्रैक्शन) का अनुमान लगाता है। S&PGIPMI एक मजबूत कोरिलेशन यानी सहसंबंध प्रदर्शित करता है और सीएमएस कैश इंडेक्स को देश में कैश की वाइब्रेंसी पर नजर रखने के लिए एक प्रमुख बैरोमीटर के रूप में स्थापित करता है।
एक इंडस्ट्री लीडर के रूप में, CMS प्रमुख डाटा प्वॉइंट पर पैन-इंडिया एटीएम कैश रीप्लेनिशमेंट (फिर से भरने) में एनुअल ग्रोथ को प्रदर्शित करता है। वित्त वर्ष 2023 के दौरान कंपनी ने मेट्रोपॉलिटन शहरों बनाम SURU (सेमी-अर्बन और ग्रामीण) में ट्रेंड की स्टडी की। मेट्रोपॉलिटन, सेमी-मेट्रोपॉलिटन (अर्ध-महानगरीय), सेमी अर्बन (अर्ध-शहरी) और ग्रामीण सेंटर में ATM कैश निकालने से लेकर रिटेल कैश मैनेजमेंट डाटा के जरिए व्यावसायिक गतिविधि के सेक्टर-लेवल एनालिसिस के जरिए रिपोर्ट का गहराई से विश्लेषण करने पर यह बात सामने आती है कि भारत में कैश आधारित लेन-देन की मांग मजबूत है।
सीएमएस इंफो सिस्टम्स के प्रेसिडेंट (कैश मैनेजमेंट सर्विसेज), अनुश राघवन ने इस मौके पर कहा कि रिपोर्ट भारतीय अर्थव्यवस्था में कैश की प्रासंगिकता और महत्व को दिखाती है। वित्तीय समावेशन को व्यापक बनाना, साथ ही एक सुविधाजनक और कम लागत वाला पेमेंट सिस्टम प्रदान करना बेहद अहम है, जो समाज में सभी के लिए पहुंच के दायरे में हो। हमने ATM में मंथली एवरेज रिप्लेनिशमेंट में 10.1 फीसदी की ग्रोथ देखी है और वित्त वर्ष 2023 में ई-कॉमर्स कंपनियों के साथ प्रति प्वॉइंट एवरेज कैश कलेक्शन में 1.3 गुना की मजबूत ग्रोथ देखी है।
CMS इंडिया कैश वाइब्रेंसी रिपोर्ट 2023 की मुख्य बातें:
● 2021 में 421 बिलियन डॉलर के साथ भारत ने CIC में 7.9% की तीसरी सबसे अधिक एनुअल ग्रोथ देखी है, जबकि यूके (+11.8%) और चीन (+10.2%) ने 2020 के बाद से सबसे ज्यादा और दूसरी सबसे ज्यादा एनुअल ग्रोथ देखी।
● 2016 में 8.7% का लेवल छूने के बाद, भारत का CIC टु GDP रेश्यो औसतन 12.4% के करीब है जो 10 साल के औसत 11.8% से अधिक है
● वित्त वर्ष 2023 में सीएमएस इंफो सिस्टम्स द्वारा किए गए पैन इंडिया ATM कैश रिप्लेनिशमेंट में 16.6% की एनुअल ग्रोथ देखने को मिली है।
● मार्च 2023 में 2.84 लाख करोड़ रुपये की ATM से कैश निकासी डीमोनेटाइजेशन के बाद 76 महीनों के मामले में 235% की शुद्ध ग्रोथ है।
● वित्त वर्ष 2023 में देश भर में सीएमएस इंफो सिस्टम द्वारा भरे गए कुल ATM कैश में महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश का हिस्सा 43.1% था। MoSPI के अनुसार वित्त वर्ष 2022 में ये अधिकतम ग्रॉस स्टेट डोमेस्टिक प्रोडक्ट यानी सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) वाले टॉप 5 राज्य हैं।
● वित्त वर्ष 2023 में कर्नाटक ने प्रति ATM सबसे अधिक एनुअल कैश रिप्लेनिशमेंट 1.73 करोड़ रुपये देखा, जो वित्त वर्ष 2022 के दौरान प्रति एटीएम 1.46 करोड़ रुपये से 18.1% अधिक था।
● छत्तीसगढ़ ने वित्त वर्ष 2023 में 1.58 करोड़ रुपये की दूसरी सबसे बड़ी कैश रिप्लेनिशमेंट प्रति ATM देखा, जो वित्त वर्ष 2022 में 1.62 करोड़ रुपये की तुलना में 2.1% कम है।
● वित्त वर्ष 2022 में अक्टूबर से दिसंबर के बीच और वित्त वर्ष 2023 के अक्टूबर, दिसंबर और मार्च के दौरान भारत में फेस्टिव और शादी के सीजन के दौरान अधिकतम कैश का इस्तेमाल और डिमांड मांग देखी गई। रिटेल कैश मैनेजमेंट (RCM) प्वॉइंट से जुटाए गए एवरेज कैश कलेक्शन के डाटा को 6 प्रमुख इंडस्ट्री में विभाजित किया गया है, जो 50:50 के प्रदर्शन को प्रकट करता है। वित्त वर्ष 2023 के दौरान परिवहन, ऑर्गेनाइज्ड रिटेल और बैंकिंग एंड फाइनेंशियल सर्विसेज (BFSI) सेक्टर में 38.7%, 14.4% और 5.6% की एनुअल ग्रोथ देखी गई।
● COVID-19 महामारी के बाद अर्थव्यवस्था के खुलने से परिवहन क्षेत्र में प्रति RCM प्वॉइंट 1.4 गुना अधिक एवरेज कैश कलेक्शन आया है, जो वित्त वर्ष 2022 में 1.49 करोड़ रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष 2023 में 2.06 करोड़ रुपये हो गया।
अनुश राघवन ने कहा कि यह ध्यान देने वाली बात है कि भारत में आबादी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा अभी बैंकों से दूर है, जिसकी औपचारिक बैंकिंग सर्विसेज तक पहुंच नहीं है। ये लोग लेन-देन करने के अपने प्राथमिक साधन के रूप में हर दिन कैश के इस्तेमाल पर भरोसा करते हैं। फाइनेंशियल और डिजिटल साक्षरता की पैठ के तहत पेश की जाने वाली सुविधाओं के बावजूद डिजिटल पेमेंट के लिए सुरक्षा संबंधी चिंताएं पैदा होती हैं। कैश और डिजिटल का सही बैलेंस हमारी जैसी तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था को और ऊंचाई की ओर ले जाएगा, ऐसा हमारा भरोसा है।
रिपोर्ट में सीएमएस कैश इंडेक्स™ और एसएंडपी ग्लोबल इंडिया कंपोजिट पीएमआई के सापेक्ष प्रदर्शन को उजागर करने के माध्यम से वाइब्रेंसी चेक के साथ-साथ ग्लोबल, नेशनल, स्टेट और टियर लेवल पर कैश के उपयोग और इसकी उपयोगिता को शामिल किया गया है, जो असामान्य मैक्रोइकोनॉमिक को छोड़कर लगभग एक दूसरे के प्रतिबिंब हैं।