नई दिल्ली। जापान की टायर कंपनी योकोहामा भारत में सतत और प्रतिस्पर्धी कारोबारी मॉडल के लिए स्थानीय उत्पादन पर दांव लगा रही है। कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।
एक पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी कंपनी के माध्यम से भारत में मौजूद योकोहामा रबड़ कंपनी आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में नया संयंत्र शुरू कर रही है। कंपनी का हरियाणा के बहादुरगढ़ में पहले से ही एक कारखाना है।
योकोहामा इंडिया के प्रबंध निदेशक (एमडी) और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) हरिंदर सिंह ने पीटीआई-भाषा से कहा कि कंपनी देश के भीतर 18 इंच व्यास तक के टायर का विनिर्माण कर सकती है। इसके अलावा बड़े आकार के टायरों की मांग को पूरा करने के लिए 22 इंच तक के टायर आकार तक क्षमता का विस्तार करने की भी योजना है।
उन्होंने कहा, “हालांकि, हम अब भी अपनी विदेशी विनिर्माण इकाइयों से कुछ उच्चस्तरीय टायरों का आयात करते हैं, जैसे रन-फ्लैट टायर जो आमतौर पर लक्जरी वाहनों में इस्तेमाल किए जाते हैं। भारत में उत्पादन को स्थानीय बनाने के लिए हमारी प्रतिबद्धता अटूट है।”
सिंह ने कहा कि कंपनी देश में टायरों के आयात पर प्रतिबंध लगाने के सरकार के निर्णय का समर्थन करती है। कंपनी के लगभग 2,800 डीलर हैं और यह देशभर में 550 से अधिक योकोहामा क्लब नेटवर्क (वाईसीएन) स्टोर का संचालन करती है। योकोहामा भारतीय बाजार में 2007 में उतरी थी।