मुंबई: बिट्स लॉ स्कूल जो मुंबई में एक प्रतिष्ठित संस्थान बिट्स पिलानी के तत्वावधान में न्यू एज लॉ स्कूल है, ने 120 छात्रों की फाउंडिंग क्लास के साथ अपने पांच साल के इंटीग्रेटेड डिग्री प्रोग्राम्स के लिए अपना पहला एकेडमिक सेशन शुरू किया। इन 120 छात्रों में से 74 फीसदी महिलाएं हैं। इसके बीए एलएलबी (ऑनर्स) और बीबीए एलएलबी (ऑनर्स) फुल-टाइम रेजिडेंशियल कार्यक्रमों में प्रत्येक में 60 छात्र नामांकित हैं।
नई कक्षा की संरचना अच्छी तरह से संतुलित है, जिसमें ह्यूमैनिटीज (मानविकी) से 43 फीसदी, कॉमर्स से 39 फीसदी और साइंस स्ट्रीम से 18 फीसदी छात्र हैं। यह बैच भारत के सबसे अच्छे स्कूलों से आता है, जैसे संस्कृति स्कूल, नई दिल्ली; जमनाबाई नरसी स्कूल, मुंबई; महारानी गायत्री देवी गर्ल्स स्कूल, जयपुर; डेली कॉलेज, इंदौर; मेयो कॉलेज गर्ल्स स्कूल, अजमेर; वेल्हम गर्ल्स स्कूल, देहरादून; ला मार्टिनियर गर्ल्स कॉलेज, लखनऊ; माल्या अदिति इंटरनेशनल स्कूल, बेंगलुरु; ओबेरॉय इंटरनेशनल स्कूल, मुंबई और लोयोला स्कूल, जमशेदपुर।
राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों का प्रतिनिधित्व करने वाले छात्रों का चयन एक कठोर चयन प्रक्रिया के बाद किया गया, जिसमें शैक्षणिक , बिट्स लॉ एडमिशन टेस्ट/CLAT/LSAT-India/AILET/MH-CET-Law के एंट्रेंस टेस्ट (प्रवेश परीक्षा) स्कोर, पाठ्यक्रम से अलग हटकर कई तरह की उपलब्धियां और व्यक्तिगत इंटरव्यू प्रक्रियाएं शामिल थीं।
संस्थापक वर्ग के छात्र एकेडमिक से परे उपलब्धियों के साथ अच्छी तरह से विविध और सर्वगुण संपन्न हैं। उन्होंने मिक्स्ड मार्शल आर्ट, वाद-विवाद, सामुदायिक सेवा, मॉडल संयुक्त राष्ट्र, रचनात्मक लेखन, संगीत, कला और खेल सहित विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है।
संस्थापक कक्षा की शुरुआत पर बिट्स लॉ स्कूल के फाउंडिंग डीन, डॉ. आशीष भारद्वाज ने कहा – “मैं इस क्लास के लिए छात्रों के इतने बेहतर समूह की उम्मीद नहीं कर सकता था। इस संस्थापक कक्षा की गुणवत्ता और विविधता, और हम जो पेशकश कर रहे हैं, उस पर उन सभी छात्रों का भरोसा वास्तव में हमारे लिए गर्व करने योग्य है। मुझे यकीन है कि हमारे अच्छी तरह से ट्रेंड और कुशल फैकल्टी (संकाय) छात्रों और उनके माता-पिता की उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।”
शैक्षणिक सत्र से पहले ओरिएंटेशन वीक आयोजित किया गया, जिसमें अन्य सेशन के अलावा भारत के संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक वाचन शामिल था। ओरिएंटेशन वीक का समापन 29 जुलाई को चांसलर डिनर के साथ हुआ, जिस दौरान छात्रों को चांसलर श्री कुमार मंगलम बिड़ला के साथ बातचीत करने का अवसर मिला।