नई दिल्ली। भारतीय कंपनी पिडिलाइट इंडस्ट्रीज के प्रबंध निदेशक (एमडी) भरत पुरी ने कहा कि वैश्विक महामारी के बाद पिछड़ रही ग्रामीण वृद्धि ने शहरी मांग को पीछे छोड़ दिया है और अच्छे मानसून के कारण यह प्रवृत्ति अगले छह महीने तक जारी रहने की संभावना है।
पुरी ने कहा कि इसके अलावा दो वर्ष की अस्थिरता के बाद मुद्रास्फीति का दबाव कम हुआ है और अब उन्हें इनपुट कीमतों में ”स्थिरता” की उम्मीद है, जिससे बाजार में वापस निवेश करने के कई अवसर खुलेंगे।
पुरी ने कहा कि वह ”बेहद आशावादी” हैं क्योंकि स्पष्ट रूप से निर्माण गतिविधि में वृद्धि हुई है, जिससे मांग बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि कंपनी ने हाल ही में पेंट्स बाजार में प्रवेश किया है और दो-तीन राज्यों में उसकी उपस्थिति है। कंपनी उपभोक्ताओं की प्रतिक्रिया के आधार पर अन्य बाजारों में भी विस्तार करेगी। पिडिलाइट के लिए यह एक ‘ऑर्गेनिक’ बिजनेस है, जो लगातार बढ़ेगा।
पुरी ने एक गोलमेज सम्मेलन में ऑनलाइन माध्यम से हिस्सा लेते हुए कहा कि दूसरी तिमाही में अभी तक बारिश के कारण चीजें प्रभावित हुई हैं, लेकिन कुल मिलाकर इन सब चीजों के स्थिर होने पर पहली और दूसरी तिमाही की स्थितियों के बीच कोई बड़ा अंतर नहीं दिखता है। कंपनी फेविकोल, एम-सील, फेविक्विक, फेविस्टिक, रॉफ, डॉ. फिक्सिट और अरलडाइट सहित कई ब्रांडों के तहत विविध उत्पादों का विनिर्माण करती है।