मुंबई। भारतीय आईटी सेवा क्षेत्र की आय वृद्धि चालू वित्त वर्ष में घटकर तीन प्रतिशत रह जाएगी, जो पिछले वित्त वर्ष में 9.2 प्रतिशत थी। घरेलू रेटिंग कंपनी इक्रा रेटिंग्स ने मंगलवार को यह अनुमान जताया।
रेटिंग एजेंसी ने कहा कि चालू वित्त वर्ष 2023-24 में क्षेत्र के मुनाफे में भी गिरावट होगी और परिचालन लाभ मार्जिन एक प्रतिशत तक कम होकर 20-21 प्रतिशत रह जाएगा।
इक्रा ने मांग में नरमी को मंदी का कारण बताते हुए कहा कि आय वृद्धि वित्त वर्ष 2022-23 में दर्ज 9.2 प्रतिशत से घटकर 2023-24 में 3-5 प्रतिशत रह जाएगी।
एजेंसी के आईटी सेवा क्षेत्र के प्रमुख दीपक जोतवानी ने कहा कि आईटी कंपनियों के लिए प्रमुख बाजारों में ”लगातार अनिश्चितता” बनी हुई है, जिसके चलते गैर-महत्वपूर्ण परियोजनाओं में रुकावट जारी है।
उन्होंने बताया कि बैंकिंग, वित्तीय सेवाओं और बीमा, खुदरा, प्रौद्योगिकी तथा संचार जैसे प्रमुख क्षेत्रों द्वारा विवेकाधीन आईटी खर्च में कमी की गई है।
एजेंसी ने कहा कि अमेरिका और यूरोप के प्रमुख बाजारों में आर्थिक बाधाओं के कारण भारतीय आईटी सेवा कंपनियों की वृद्धि में 2022-23 की तीसरी तिमाही से 2023-24 की पहली तिमाही के बीच तेज गिरावट हुई है। चालू वित्त वर्ष के अंत में हालात कुछ बेहतर होने की उम्मीद है।
इक्रा ने कहा कि वृद्धि में कमी के कारण पिछली तीन तिमाहियों में भर्तियों में उल्लेखनीय कमी आई है और यह रुझान निकट अवधि में भी जारी रहेगा।