मुंबई। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संगीत के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए आशा भोसले को भारत के ‘शक्ति पुरस्कार’ से सम्मानित किया है। राष्ट्रपति ने उन्हें स्मृति चिन्ह दिया और एक गाने की फरमाइश की भी रखी। इस पर आशा भोंसले ने 89 साल की उम्र में फिल्म ‘लगान’ का गाना ‘…राधा कैसे ना जले’ गाया।
राष्ट्रपति ने जब उनसे अपनी पसंद का गाना गाने का अनुरोध किया तो आशा भोसले ने 70 के दशक का गाना ‘चुरा लिया है तुमने जो दिल को’ गाया। यह गाना फिल्म यादों की बारात (1973) का था। यह गाना न सिर्फ जबरदस्त हिट हुआ, बल्कि आशा भोसले की लोकप्रियता को नई ऊंचाइयों पर ले गया। इसके बाद राष्ट्रपति मुर्मू ने कुछ शब्दों का आदान-प्रदान किया।
राष्ट्रपति ने विश्वास जताया कि नारी शक्ति के योगदान से भारत विकसित देशों की कतार में शामिल हो जाएगा। मेरा मानना है कि ‘अमृत काल’ में भारत ‘नारी शक्ति’ के योगदान से विकसित देशों में अपनी जगह बना सकेगा। राष्ट्रपति ने कहा, “महिला शक्ति के बिना एक स्वस्थ, मजबूत और विकसित समाज की कल्पना करना असंभव है, महिलाओं के योगदान और उपलब्धियों का जश्न मनाने के उद्देश्य से इस पहल में भाग लेकर मुझे बहुत खुशी हो रही है।
आशा भोंसले ने 1940 के दशक के अंत में अपनी संगीत यात्रा शुरू की। उन्होंने चुपके-चुपके मस्त निगाहें, बादल घिर आए, रिमज़िम पानी बरसे और कहदूं तुम्हें (दीवार), ये वादा रहा (ये वादा रहा) जैसे गाने गाए।