नयी दिल्ली। उत्तेजक फिल्में बनाने के लिए पहचाने जाने वाले फिल्मकार कौशिक मुखर्जी का कहना है कि वह परम्परागत चीजों से अधिक असामान्यता को तवज्जो देते हैं। ‘क्यू‘ के नाम से पहचाने जाने वाले निर्देशक हमेशा अपने अलग एवं अनोखे कार्यों के लिए चर्चा में रहे हैं। मुखर्जी ने कहा, ‘‘ मेरी जिंदगी वास्तविक है।
मैं अधिक से अधिक असामान्य जीवन जीने की कोशिश करता हूं और जिससे मैं जो भी करता हूं उस पर काफी प्रभाव पड़ता है। सामान्य नहीं रहकर मैं, दुनिया में जो भी चल रहा है उसमें खुद को डुबो देता हूं। सामान्यता मेरे लिए यह एक हिजाब, बुर्का है जिसे हम पहनते हैं।’’ क्यू की ‘ताशेर देश’, ‘लूडो‘ और ‘ब्राह्मण नमन’ जैसी फिल्में कला के लिहाज से उत्कृष्ट थीं लेकिन सिनेमाघरों तक नहीं पहुंच पाईं।
‘लूडो‘ और ‘ब्राह्मण नमन’ को नेटफ्लिक्स पर भी दिखाया गया। फिल्मकार की अगली फिल्म ‘गारबेज’ भी इन दिनों उत्सवों में प्रदर्शित की जा रही है। सोमवार के ‘गारबेज’ मियामी ‘ईयर राउंड प्रोग्राम’ में प्रदर्शित की गई थी।