पाकिस्तान में पैड मैन बैन, सोच बदलने का नहीं है दम

asiakhabar.com | February 11, 2018 | 5:43 pm IST
View Details

मुंबई। पाकिस्तान तो अब तक भारत का गुणगान करने वाली फिल्मों पर खुन्नस खाकर उसे अपने यहां रिलीज़ करने से मना कर देता था। मगर, अब उसे महिलाओं की सर्वविदित माहवारी की समस्या पर बनी अक्षय कुमार की फिल्म पैड मैन में भी बुराई दिखी है। इसके चलते फिल्म को पाकिस्तान में बैन कर दिया गया है।

पाकिस्तान सेंसर बोर्ड ने अपने यहां फिल्म को रिली न करने के पीछे जो बेतुका कारण दिया है। इसे सुनकर आपको हंसी से ज्यादा तरस आएगा। पाकिस्तान के फेडरल सेंसर बोर्ड के सदस्य इशाक अहमद ने कहा है कि वो आर बाल्की के निर्देशन में बनी फिल्म पैड मैन को अपने यहां डिस्ट्रीब्यूशन की इजाजत नहीं देंगे।

उन्होंने कहा कि इस फिल्म का विषय उनके मुल्क की संस्कृति और परंपरा के खिलाफ है। पंजाब सेंसर बोर्ड ने तो फिल्म को देखने से ही मना कर दिया और कहा है कि वो सर्टिफिकेट नहीं देंगे। वहां के भी एक सदस्य ने कहा कि ये उनके धर्म-संस्कृति के विरुद्ध है।

पाक के जाने माने फिल्मकार सैय्यद नूर ने कहा है कि बाहर के देशों की फिल्मों को रिलीज करने से पहले लोकल डिस्ट्रीब्यूटर्स से बात करना जरुरी है। सिर्फ पैड मैन ही नहीं पद्मावत को भी पाकिस्तान में रिलीज नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि इस फिल्म में मुसलमान लोगों का निगेटिव चित्रण किया गया है।

इस शुक्रवार को रिलीज हुई फिल्म पैड मैन, महिलाओं की माहवारी के दौरान होने वाली तकलीफ के खिलाफ एक मुहिम के रूप में बनाई गई कमर्शियल फिल्म है। ये फिल्म सैनिटरी नैपकीन के क्षेत्र में क्रांतिकारी आविष्कार करने वाले उस अरुणाचलम मुरुगनाथम की जिंदगी से जुड़ी है, जिन्होंने हाईजैनिक और सस्ते नैपकिन बनाने वाली मशीन बनाई और फिर उसे लोगों तक पहुंचाने के लिए पसीना भी बहाया।

मिसेज फनीबोन्स के पेन-नेम से मशहूर अक्षय कुमार की पत्नी ट्विंकल खन्ना ने अपनी किताब ‘द लीजेंड ऑफ लक्ष्मी प्रसाद’ में अरुणाचलम पर एक चैप्टर लिखा था। फिल्म ने भारत में पहले ही दिन 10 करोड़ रुपये से ज्यादा का कारोबार किया है।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *