टोरंटो/नई दिल्ली। साल 2019 ने दस्तक दे दी है, लेकिन साल के पहले दिन फिल्म जगत के लिए बुरी खबर आई और फिल्म जगत ने मशहूर और दिग्गज अभिनेता कादर खान को खो दिया। कादर खान का कनाडा के एक अस्पताल में निधन हो गया। कादर खान के निधन की पुष्टि उनके बेटे सरफराज ने की है। कादर खान पिछले 16-17 दिनों से अस्पताल में भर्ती थे। उन्होंने हिंदी के साथ-साथ अन्य भाषाई फिल्मों में भी काम किया और 300 से अधिक फिल्मों में एक अलग पहचान बनायी। कादर खान के निधन से बॉलीवुड ने एक बेहतरीन एक्टर को खो दिया।
बॉलीवुड में अपने बेहतरीन अदाकारी और शानदार डायलॉग से लोहा मनवाने वाले मशहूर एक्टर कादर खान की हालत पिछले कुछ दिनों से नाजुक बनी हुई थी। खराब स्वास्थ्य के चलते उन्हें अस्पताल में वेंटीलेटर पर रखा गया था। बता दें कि कादर खान के अस्पताल में भर्ती होने के बाद उनके निधन की अफवाह भी उड़ी थी। इस खबर को कादर खान के बेटे सरफराज ने झूठा बताया था। वहीं सोशल मीडिया पर भी कादर खान के निधन की अफवाह उड़ने पर यूजर्स ने गुस्सा दिखाया था।
अस्पताल के चिकित्सकों के अनुसार कादर खान लंबे समय से सांस की समस्या से जूझ रहे थे। उनके दिमाग ने भी काम करना बंद कर दिया था। कादर खान प्रोगेसिव सुप्रान्यूक्लीयर पाल्सी डिसऑर्डर नाम की बीमारी से जूझ रहे थे। इस बीमारी की वजह से कादर खान का दिमाग बुरी तरह से प्रभावित हुआ था। बीते साल कादर खान ने अपने घुटनों की सर्जरी करवाई थी जिसके बाद से लगातार उनकी सेहत में गिरावट हुई। कादर खान ने करीब 300 फिल्मों में काम किया. इसके साथ ही हिंदी और उर्दू में 250 फिल्मों के डायलॉग भी लिखे।
मीडिया की खबरों के मुताबिक, खान प्रोग्रेसिव सुपरन्यूक्लियर पाल्सी से पीड़ित हैं, जिस बीमारी से व्यक्ति का शारीरिक संतुलन खोने लगता है। इसकी वजह से उठने, बैठने, चलने और बात करने में दिक्कत होती है। साथ ही व्यक्ति भूलने भी लगता है।
खान के साथ ’दो और दो पांच’, ’मुकद्दर का सिकंदर’, ’मिस्टर नटवरलाल’, ’सुहाग’, ’कुली’’ और ’शहंशाह’ जैसी फिल्मों में काम करने वाले महानायक अमिताभ बच्चन ने शुक्रवार को ट्विटर पर अनुभवी अभिनेता की सलामती और स्वस्थ होने की कामना की। काबुल में जन्मे खान ने 1973 में राजेश खन्ना की फिल्म ‘दाग’ के साथ फिल्मी दुनिया में पदार्पण किया था। खान ने 300 से अधिक फिल्मों में काम किया है।
उन्होंने 250 से ज्यादा फिल्मों के लिए संवाद लिखे हैं। अभिनेता बनने से पहले वह रणधीर कपूर और जया बच्चन की फिल्म ‘जवानी दीवानी’ के लिए संवाद लिख चुके थे। पटकथा लेखक के तौर पर खान ने मनमोहन देसाई और प्रकाश मेहरा के साथ कई फिल्मों में काम किया।
देसाई के साथ उन्होंने ’धर्म वीर’, ’गंगा जमुना सरस्वती’, ’कुली’, ’देश प्रेम’, ’सुहाग’, ’परवरिश’ और ’अमर अकबर एंथनी’ जैसी फिल्में कीं और मेहरा के साथ उन्होंने ’ज्वालामुखी’, ’शराबी’, ’लावारिस’, ’मुकद्दर का सिकंदर’ जैसी फिल्मों में काम किया है। 90 के दशक में उन्होंने गोविंदा के साथ कई हिट कॉमेडी फिल्मों में काम किया।