मल्टीमीडिया डेस्क। लहसुन को सबसे शक्तिशाली सुपरफूड्स में से एक माना जाता है। हालांकि, इसकी तेज गंध हर किसी को पसंद नहीं आती है, लेकिन लहसुन से कई बीमारियों को होने से पहले की रोका जा सकता है। लहसुन से एथेरोस्क्लेरोसिस, कोरोनरी हार्ट डिजीज, हार्ट अटैक, ब्लड प्रेशर को कम करने और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी कम करने में मददगार होता है।
छोटी-मोटी बीमारियों जैसे आम सर्दी, फ्लू, बुखार, फंगल इंफेक्शन, दस्त और कीडे़ के काटने में कारगर इलाज साबित होता है। यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को समाप्त कर प्रतिरक्षा बढ़ता है और यह प्रभावी रूप से पुराने ऑस्टियोअर्थराइटिस, बढ़े हुए प्रोस्टेट और मधुमेह के लक्षणों का इलाज करता है।
जब अदरक और शहद के साथ लहसुन को मिलाकर इस्तेमाल किया जाता है, तो इसका प्रभाव अधिक बढ़ाया जाता है। यह शरीर से उन जहरीले पदार्थों को निकालने की क्षमता रखता है, जिनमें कीमोथेरेपी जैसे आक्रामक उपचार की जरूरत होती है।
बेहतर परिणाम के लिए लहसुन को कच्चा ही उपयोग करना चाहिए। लहसुन को कुचल कर करीब 15 मिनट के लिए छोड़ दें फिर खा लें। इसे कुचल कर खाने से इसमें मौजूद तत्वों की बायोअवेलेबिलिटी (जैवउपलब्धता) बढ़ जाती है। गर्म करने पर लहसुन में पाया जाने वाले एक्टिव कंपाउंड एलिसिन की क्षमता कम हो जाती है। सीधी भाषा में कहें, तो खाना पकाने से इसके चिकित्सकीय गुण कम हो जाते हैं।
लहसुन को खाली पेट खाने की सलाह दी जाती है क्योंकि पेट भरा होने पर इसके पोषक तत्वों पूरी तरह अवशोषित नहीं हो पाते हैं। शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए नियमित रूप से शहद और लहसुन के टॉनिक का सेवन करना चाहिए।
एनर्जी बढ़ने के लिए यह करें
2 से 3 लहसुन की कलियों को पीस कर एक चम्मच शहद के साथ रोजाना लें। इससे शरीर की ऊर्जा का स्तर बढ़ता है और कुल मिलाकर स्वास्थ सही रहता है।
फ्लू का टॉनिक बनाने के लिए
लहसुन की 5 कलियां कटी हुई, 2 लाल मिर्च कटी हुई, 1 चम्मच अदरक कटी हुई, एक नींबू का रस, कच्चा और अनफिल्टर्ड सेब साइडर सिरका मिलाकर पीने से फ्लू का असर नहीं होता है।