विपक्षी पार्टियों ने राज्यसभा के सभापति को लिखा पत्र, सिलेक्ट कमेटी के पास भेजने की मांग

asiakhabar.com | January 1, 2019 | 2:35 pm IST

नई दिल्ली। तीन तलाक विधेयक पर विपक्षी पार्टियों ने बड़ा कदम उठाया है। साझी विपक्षी रणनीति के तहत, सभापति को चिट्ठी लिखकर गया है कि राज्यसभा में पेश होने से पहले बिल को सिलेक्ट कमेटी के पास भेजा जाए। इस पत्र पर करीब 12 दलों के नेताओं के साइन बताए जा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, बीजेपी ने भी मीटिंग की है। इस बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी भी शामिल हुए। आपको बता दें कि लोकसभा में तीन तलाक बिल पास हो जाने के बाद अब राज्यसभा में इस बिल को पास कराने का सरकार पर दबाव बढ़ गया है। सोमवार को ट्रिपल तलाक बिल को राज्यसभा में पेश किया जाना है।

मिली खबर में बताया गया है कि राज्यसभा में बिल पर चर्चा 2 बजे शुरू होनी है लेकिन उससे पहले ही विपक्षी दलों ने मीटिंग की। इसके लिए कई विपक्षी दलों के सांसद राज्यसभा में नेता विपक्ष गुलाम नबी आजाद के चेंबर में जुटे। सामने आई तस्वीर में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद के साथ, आनंद शर्मा, आप नेता संजय सिंह, रामगोपाल यादव, तृणमूल कांग्रेस नेता डेरेक ओ ब्रायन, कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया के डी राजा, आरजेडी के मनोज कुमार झा ने इस बैठक में हिस्सा लिया।

दूसरी तरफ बीजेपी की तरफ से विजय गोयल ने राज्यसभा में तीन तलाक विधेयक पारित करने के लिए सभी दलों से संपर्क साधा है। इसके अलावा सोमवार को बीजेपी ने भी बैठक की। जिसमें पीएम मोदी, अमित शाह, नितिन गडकरी, अरुण जेटली, राजनाथ सिंह आदि शामिल हुए। विपक्षी दलों की मांग है कि इस बिल को सदन में पेश किए जाने से पहले सेलेक्ट कमिटी को भेजा जाना चाहिए। बता दें कि उच्च सदन में मोदी सरकार बहुमत में नहीं है, ऐसे में उसकी परेशानी बढऩा तय है। उम्मीद की जा रही है कि समोवार को इसपर सदन में इस पर तीखा घमासान देखने को मिल सकता है।

राज्यसभा में फिलहाल कुल सदस्यों की संख्या 244 है, जिसमें 4 सदस्य मनोनीत हैं। राज्यसभा में बीजेपी बिना विपक्ष के सहयोग के बिल पास नहीं करवा पाएगी। बता दें कि राज्यसभा में एनडीए के 97 सदस्य हैं, जिसमें बीजेपी के 73, जेडीयू के 6, 5 निर्दलीय, शिवसेना के 3, अकाली दल के 3, 3 नामित सदस्य, बोडोलैंड पीपल्स फ्रंट के 1, सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट के 1, नागा पीपल्स फ्रंट के 1, आरपीआई के 1 सांसद शामिल हैं। आपको बता दें कि इस बिल पर जेडीयू ने पहले कह दिया है कि वह सरकार का समर्थन नहीं करेगा।

वहीं विपक्ष के पास 115 सांसद हैं। इसमें कांग्रेस के 50, टीएमसी के 13, समाजवादी पार्टी के 13, टीडीपी के 6, आरजेडी के 5, सीपीएम के 5, डीएमके के 4, बीएसपी के 4, एनसीपी के 4, आम आदमी पार्टी के 3, सीपीआई के 2, जेडीएस, केरल कांग्रेस (मनी), आईयूएमएल का एक-एक सदस्य है। इसके अलावा एक निर्दलीय और एक नामित सदस्य भी विपक्ष के साथ हैं। ऐसे में राज्यसभा में इस बिल को पास कराना सत्तारूढ दल के लिए आसान नहीं दिख रहा है। इसलिए संभावना यह व्यक्त की जा रही है कि इसे प्रतिपक्ष की मांग पर सिलेक्ट कमेटी के पास भेज सकती है।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *