नई दिल्ली। सशस्त्र सेनाओं के सर्वोच्च कमांडर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने देश की रक्षा करते हुए अदम्य साहस प्रदर्शन करने और अपनी जान देने वाले वीरों को वीरता पुरस्कारों से सम्मानित किया। राष्ट्रपति भवन में मंगलवार को आयोजित समारोह में राष्ट्रपति ने हरियाणा के मेजर सतीश दहिया को मरणोपरांत शौर्य चक्र और मेजर डेविड मनलुम को कीर्ति चक्र से सम्मानित किया। सम्मान दोनों शहीदों के परिजनों ने ग्रहण किए।
इनके अलावा नायक चंद्र सिंह, जम्मू एवं कश्मीर पुलिस के कांस्टेबल मंजूर नायक, सार्जेंट मिलिंद खैरनार और कॉर्पोरल नीलेश कुमार नयन को भी मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति ने समारोह में तीन कीर्ति चक्र और 17 शौर्य चक्र प्रदान किए। इनमें एक कीर्ति चक्र और पांच शौर्य चक्र मरणोपरांत प्रदान किए गए।
महेंद्रगढ़ जिले के बनिहाड़ी गांव के रहने वाले मेजर दहिया ने पिछले साल घाटी के बांदीपोरा में आतंकियों के खिलाफ अभियान में असाधारण पराक्रम और नेतृत्व का प्रदर्शन किया था। मेजर दहिया को सीने में गोली लगी थी। इसके बावजूद उन्होंने तीन आतंकियों को मार गिराया था।
समारोह में सीआरपीएफ के कमांडर चीता कुमार चीता और जम्मू एवं कश्मीर लाइट इंफेंट्री के मेजर विनायक बिष्ट को भी कीर्ति चक्र प्रदान किया गया। राष्ट्रपति ने विशिष्ट तथा सराहनीय सेवाओं के लिए 14 परम विशिष्ट सेवा पदक, एक उत्तम युद्ध सेवा पदक और 22 अति विशिष्ट सेवा पदक भी प्रदान किए।