सुबोध कुमार
लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ''हर घर जल परियोजना'' के तहत सोनभद्र
जिले में 14 ग्राम समूह में पाइप पेयजल परियोजना की आधारशिला रखी और बिना नाम लिये कांग्रेस पर तंज भी
कसा। इस दौरान मुख्यमत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी वीडियो कॉन्फ्रेंस से जुड़ी।
आधारशिला रखने के बाद प्रधानमंत्री ने लोगों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित भी किया और पानी पानी
की अहमियत बताई।
श्री मोदी ने कांग्रेस का नाम लिये बिना कहा कि पहले सभी योजनायें दिल्ली में तैयार होती थीं और उस पर
कितना काम होता था यह देश के लोग अब जानने लगे हैं। अब ऐसा नहीं है। राज्यों और गांवों की योजनाओं को
जमीन पर उतारा जाता है। उन्होंने कहा कि जीवन की बड़ी समस्या जब हल होने लगती है तो अलग ही विश्वास
झलकने लगता है। ये विश्वास, उत्साह आपमें मैं देख पा रहा था।
पानी के प्रति आपमें संवेदनशीलता कितनी है, ये भी दिख रहा है। सरकार आपकी समस्याओं को समझकर उनका
समाधान कर रही है। विंध्य पर्वत का ये विस्तार पुरातन काल से ही विश्वास, पवित्रता, आस्था का एक बहुत बड़ा
केंद्र रहा है। प्रधानमंत्री ने कवि रहीमदास का दोहा भी सुनाया। उन्होंने कहा कि जा पर विपदा परत है, सो आवत
एहिं देस। प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद ये क्षेत्र उपेक्षा का शिकार रहा है। ये पूरा क्षेत्र संसाधनों के बाद भी
अभाव का क्षेत्र बन गया।
इतनी अधिक नदियां होने के बाद भी इस क्षेत्र की पहचान सबसे ज्यादा प्यासे, सूखा प्रभावित क्षेत्र की रही। आने
वाले समय में जब यहां के 3 हजार गांवों तक पाइप से पानी पहुंचेगा तो 40 लाख से भी ज्यादा साथियों का
जीवन बदल जाएगा। इससे उत्तर प्रदेश के हर घर तक जल पहुंचाने के संकल्प को भी ताकत मिलेगी। उन्होंने कहा
कि आज जिस प्रकार उत्तर प्रदेश में एक के बाद एक योजनाएं लागू हो रही हैं, उससे यहां की सरकार की और यहां
के सरकारी कर्मचारियों की छवि बदल रही है।
हर घर जल पहुंचाने के अभियान को अब एक साल से भी ज्यादा समय हो गया है। इस दौरान देश में दो करोड़
60 लाख से ज्यादा परिवारों को उनके घरों में नल से शुद्ध पीने का पानी पहुंचाने का इंतजाम किया गया है।
इसमें लाखों परिवार उत्तर प्रदेश के भी हैं। जल जीवन मिशन के तहत घर-घर पाइप से पानी पहुंचने की वजह से
माताओं-बहनों का जीवन आसान हो रहा है। इसका एक बड़ा लाभ गरीब परिवारों के स्वास्थ्य को भी हुआ है। इससे
गंदे पानी से होने वाली अनेक बीमारियों में भी कमी आ रही है।