न्यूयॉर्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राजकीय यात्रा संदेश देती है कि भारत और अमेरिका के बीच संबंध महत्वपूर्ण, निर्णायक और 21वीं सदी की सबसे मजबूत परिभाषित साझेदारी है। यह बात मंगलवार को यूएस-इंडिया स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप फोरम (यूएसआईएसपीएफ) की ओर से कही गई।
यूएसआईएसपीएफ के अध्यक्ष और सीईओ मुकेश अघी ने कहा, यह ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण राजकीय यात्रा एक मजबूत संदेश देती है कि अमेरिका-भारत संबंध महत्वपूर्ण और निर्णायक है और 21वीं सदी की सबसे परिभाषित साझेदारी है।
आघी ने एक बयान में कहा, प्रधान मंत्री मोदी की राजकीय यात्रा रणनीतिक साझेदारी की ताकत की पुष्टि करेगी और रक्षा, ऊर्जा, स्वास्थ्य देखभाल, प्रौद्योगिकी और शिक्षा में हमारे संबंधों को मजबूत करेगी। यह संबंध इस अवधारणा से सबसे अच्छा प्रतीक है कि ये दो लोकतंत्र एक साझा दृष्टि रखते हैं।
राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रथम महिला जिल बाइडेन के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री मोदी बुधवार से शनिवार तक अमेरिका के दौरे पर हैं। इस यात्रा में राजकीय रात्रिभोज के साथ-साथ गुरुवार को कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करना भी शामिल है।
प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत करते हुए यूएसआईएसपीएफ के चेयरमैन और सिस्को के मानद अध्यक्ष, जॉन चेम्बर्स ने कहा, प्रधानमंत्री मोदी का अमेरिका में आना सम्मान की बात है। वह डिजिटल इंडिया के साथ दुनिया भर में हम में से कई लोगों के लिए एक आदर्श रहे हैं।
प्रधान मंत्री मोदी संयुक्त राज्य अमेरिका में विभिन्न हितधारकों के साथ संबंध बनाने में सक्षम हैं और जीत-जीत पहलू पर ध्यान केंद्रित करते हैं।
ऐतिहासिक राजकीय यात्रा के लिए अमेरिका जाने से पहले, प्रधान मंत्री मोदी ने कहा कि भारत दुनिया में अपना सही स्थान हासिल करने की प्रक्रिया में है।
द वॉल स्ट्रीट जर्नल को दिए एक साक्षात्कार में प्रधानमंत्री ने कहा, हम भारत को किसी भी देश को हटाते हुए नहीं देखते हैं। हम इस प्रक्रिया को भारत द्वारा दुनिया में अपना सही स्थान प्राप्त करने के रूप में देखते हैं।
मोदी ने कहा, अमेरिका और भारत के नेताओं के बीच अभूतपूर्व विश्वास है। मोदी की यात्रा न्यूयॉर्क में शुरू होगी जहां वह बुधवार को संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह का नेतृत्व करेंगे।