भारत की तीन फायटर बेटियां अकेले उड़ाएंगी मिग-21, जानें इनका पूरा सफर

asiakhabar.com | January 23, 2018 | 5:13 pm IST
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नई दिल्ली। आने वाले महीनों में देश की ये तीन महिलाएं आसमान में सुपरसोनिक फायटर उड़ाती नजर आएंगी। ये पहला मौका होगा, जब भारत की ये बेटियां ये कारनामा दिखाएंगी।

अवनी चतुर्वेदी, भावना कांत और मोहाना सिंह पहले ही भारतीय वायुसेना में फायटर पायलट की ट्रेनिंग लेकर इतिहास रच चुकी हैं और अब ट्रेनिंग पूरी होने के बाद अकेले रफ्तार को पछाड़ने वाले सुपरसोनिक फायटर मिग- 21 बायसन को उड़ाती नजर आएंगी।

ऐसे नहीं है कि अब तक इन तीनों महिला पायलटों ने अकेले उड़ान नहीं भरी है, ये तीनों पिलाटस PC-7, किरण, हॉक जेट ट्रेनर अकेले उड़ा चुकी हैं, जिसपर नियंत्रण रखना काफी आसान होता है। मगर अब चुनौती बड़ी है, क्योंकि अब इन तीनों जांबाज महिला पायलटों को मिग 21- बायसन उड़ाना है, जिसकी लैंडिंग और टैक ऑफ की रफ्तार दुनिया में सबसे ज्यादा 340 किलोमीटर प्रति घंटे की है। ऐसे में इसे उड़ाना बेहद चुनौतीपूर्ण रहेगा।

ऐसा रहा है अवनी सफर-

मध्यप्रदेश के रीवा ज़िले की रहने वाली अवनी की जून 2016 में एयरफोर्स में नियुक्ति हुई थी। 22 साल की अवनी चतुर्वेदी की ट्रेनिंग हैदराबाद एयरफोर्स अकादमी में हुई। मध्यप्रदेश से स्कूली शिक्षा लेने वाली अवनी ने साल 2014 में राजस्थान की वनस्थली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया।

अवनी के भाई भी सेना में अफसर हैं। वो सेना से जुड़े अपने परिवार के अन्य सदस्यों से प्रभावित थी और उन्होंने कॉलेज के फ्लाइंग क्लब में कुछ घंटे हवाई उड़ान का अनुभव भी लिया था। यहीं से अवनी के एयरफोर्स में जाने की शुरुआत हुई।

भावना कांत की ऐसे हुई शुरुआत-

बिहार के बेगूसराय की बेटी भावना का बचपन से ही एयर फोर्स पायलट बनने का सपना था। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन में काम करने वाले भावना के पिता का भी वायुसेना में काम करने का सपना था और वो बारहवीं के बाद वायुसेना की परीक्षा में पास भी हो गए थे। लेकिन उनके पिता ने उन्हें वायुसेना से जुड़ने की अनुमति नहीं दी। मगर भावना ने पिता का सपना पूरा करके दिखाया।

मोहना सिंह ऐसे पहुंची एयरफोर्स में-

राजस्थान के छोटे से जिले झूंझूनु की मोहना सिंह के पिता वायुसेना में बतौर वारंट अफसर काम करते थे। मोहना सिंह के दादा लादूराम को 1948 में भारत-पाक युद्ध के दौरान वीर चक्र प्रदान किया गया था। 11 फरवरी 1948 को पाकिस्तान के खिलाफ हुए युद्ध में लड़ते-लड़ते वो शहीद हो गए। इस जाबांज सिपाही की पोती मोहना सिंह को पहली महिला फाइटर जेट का पायलट बन देश का गौरव बनी है।

ऐसे चल रही ट्रेनिंग-

अवनी चतुर्वेदी ने राजस्थान के सूरतगढ़ में मिग 21 जैसे फायटर प्लेन में ट्रेनिंग शुरू भी कर दी है। वहीं भावना अंबाला एयरबेस में अपनी ट्रेनिंग शुरू करेंगी। वहीं मोहना अभी कलाईकुंडा एयरबेस में एडवांस जेट ट्रेनर हॉक पर फ्लाइंग की बारीकियां सीख रही हैं और जल्द ही मिग 21 उड़ाएंगी।


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