विकास गुप्ता
लेह/नई दिल्ली। लेह के स्टकना पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को कहा कि इस
समय सीमा विवाद को सुलझाने के लिए बातचीत का दौर चल रहा है। मामला हल होना चाहिए, लेकिन कहां तक
हल होगा इसकी अभी मैं कोई गारंटी नहीं दे सकता हूं। मैं इतना यकीन दिलाना चाहता हूं कि भारत की एक इंच
जमीन को भी दुनिया की कोई ताकत छू नहीं सकती, उस पर कब्जा नहीं कर सकती है।
रक्षामंत्री ने लेह की लुकुंग चौकी पर जवानों को संबोधित करते हुए स्पष्ट शब्दों में ये कहा कि भारत की एक इंच
जमीन को दुनिया की कोई ताकत छू नहीं सकती है। रक्षामंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि अगर भारत के
स्वाभिमान पर चोट करने की कोशिश हुई तो हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे और इसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।
राजनाथ सिंह ने लद्दाख की लुकुंग चौकी पर भारतीय सेना के जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि बातचीत में
जो कुछ अब तक की प्रगति है, वो पॉजिटिव है। मामला हल होना चाहिए। लेकिन कहां तक हल होगा, अभी इस
संबंध में मैं कोई गारंटी नहीं दे सकता हूं।
राजनाथ ने आगे कहा, 'मैं इतना यकीन मैं जरूर दिलाना चाहता हूं कि भारत की एक इंच जमीन भी दुनिया की
कोई ताकत छू नहीं सकती, उस पर कोई कब्जा नहीं कर सकता।' इससे पहले राजनाथ सिंह ने जवानों को
संबोधित करते हुए कहा कि हम अशांति नहीं चाहते हम शांति चाहते हैं। हमारा चरित्र रहा है कि हमने किसी भी
देश के स्वाभिमान पर चोट मारने की कभी कोशिश नहीं की है। भारत के स्वाभिमान पर यदि चोट पहुंचाने की
कोशिश की गई तो हम किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे और मुंहतोड़ जवाब देंगे।
अपने संबोधन में सेना की तारीफ करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि भारतीय सेना के ऊपर हमें नाज है। मैं जवानों के
बीच आकर गौरवान्वित महसूस कर रहा हूँ। हमारे जवानों ने शहादत दी है। इसका गम 130 करोड़ भारतवासियों
को भी है। भारत का नेतृत्व सशक्त है। हमें पीएम नरेंद्र मोदी जैसा प्रधानमंत्री मिला है। वो फैसला लेने वाले
प्रधानमंत्री हैं। सारी दुनिया को संदेश देते हुए रक्षामंत्री ने कहा कि भारत दुनिया का इकलौता देश है जिसने सारे
विश्व को शांति का संदेश दिया है। हमने किसी भी देश पर कभी आक्रमण नहीं किया है और न ही किसी देश की
ज़मीन पर हमने कब्जा किया है। भारत ने वसुधैव कुटुंबकम का संदेश दिया है।