नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सरकार पर विपक्ष के हमलों को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के चुनावों में जबरदस्त प्रदर्शन से जोड़ते हुए मंगलवार को कहा कि सत्तारूढ़ दल चुनावों में जितनी जीत हासिल करता जाएगा, उतना ही उसे निशाना बनाया जाएगा।
मोदी ने भाजपा संसदीय दल की बैठक में विपक्षी दलों को आड़े हाथ लिया, जो कई मुद्दों पर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। बैठक में उन्होंने सांसदों से 6 अप्रैल को पार्टी के स्थापना दिवस और 14 अप्रैल को बी आर आंबेडकर जयंती के बीच की अवधि को सामाजिक न्याय के लिए समर्पित करने को कहा।
केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने संवाददाताओं को बताया कि मोदी ने पार्टी सांसदों से राजग सरकार के नौ वर्ष पूरे होने पर अपने-अपने संसदीय क्षेत्र में 15 मई से एक महीने तक विभिन्न सरकारी योजनाओं का प्रचार-प्रसार करने को कहा।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में पार्टी नेताओं का आह्वान किया कि ‘धरती माता’ के लिए काम करें। उन्होंने कहा कि ‘धरती मां’ जिसने वृक्षों, अनाज और अन्य उत्पादों से मानवता को पोषित किया है, वह अपने अंदर विष भर रहे रसायनों से मुक्त होने के लिए पुकार रही है।
मोदी ने कहा कि राजनीति में काम कर रहे लोगों का समाज पर बहुत असर होता है और उन्हें गैर-राजनीतिक कामकाज भी करने चाहिए। प्रधानमंत्री ने इस संदर्भ में ‘बेटी बचाओ’ के लिए गुजरात सरकार के उस समय के कार्यों का उल्लेख किया जब वह राज्य के मुख्यमंत्री थे। उन्होंने कहा कि इससे लिंग अनुपात में सुधार में बहुत मदद मिली।
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने संवाददाताओं से कहा कि मोदी ने सांसदों से नई प्रौद्योगिकियां सीखने के लिए विशेषज्ञों की सेवाएं लेने को भी कहा। उन्होंने कहा कि किसी चीज का उपयोग नहीं करने की यह वजह नहीं होनी चाहिए कि उसे जानते नहीं हैं।
विपक्षी दलों के लगातार हो रहे प्रदर्शनों का परोक्ष उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा कि उन्होंने गुजरात चुनाव के दौरान कहा था कि भाजपा और चुनाव जीतती जाएगी और ये विरोध प्रदर्शन और तीव्र होते जाएंगे। उन्होंने कहा कि पार्टी को और अधिक तीव्र तथा निचले स्तर के हमलों का सामना करना पड़ेगा।
हाल में पूर्वोत्तर के तीन राज्यों में विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा संसदीय दल की यह पहली बैठक थी। इन चुनाव में भाजपा त्रिपुरा में अपनी सरकार कायम रखने में सफल रही। नगालैंड में भी उसका गठबंधन चुनाव जीत गया, वहीं मेघालय में भी पार्टी ने एनपीपी के साथ फिर से हाथ मिलाकर सरकार बनाई है। बैठक में पार्टी के इस प्रदर्शन के लिए मोदी का सम्मान किया गया।
संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण में पहले दिन से ही दोनों सदनों में हंगामे के कारण अवरोध की स्थिति बनी हुई है। कांग्रेस समेत विपक्षी दलों के सदस्य अडाणी मुद्दे पर संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) बनाने की मांग को लेकर नारेबाजी कर रहे है, वहीं भाजपा के सदस्यों ने विदेश में राहुल गांधी के लोकतंत्र संबंधी बयान पर उनसे माफी की मांग को लेकर हंगामा किया है।
राहुल गांधी को सूरत की एक अदालत द्वारा मानहानि के एक मामले में दोषी करार दिए जाने तथा दो साल के कारावास की सजा सुनाये जाने के बाद उन्हें निचले सदन की सदस्यता से अयोग्य करार दिये जाने के मद्देनजर कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन और तेज हो गया है।