नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के
बेटे आकाश विजयर्गीय द्वारा एक अधिकारी को पीटने से जुड़े घटनाक्रम पर गहरा संज्ञान लेते हुए
नसीहत दी है कि ‘बेटा किसी का हो, मनमानी नहीं चलेगी।’’ हालांकि प्रधानमंत्री ने इस संदर्भ में किसी
का नाम नहीं लिया। सूत्रों ने बताया कि भाजपा संसदीय पार्टी की बैठक में प्रधानमंत्री ने मंगलवार को
कहा, ‘‘बेटा किसी का हो, ऐसा व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।’’ उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार का
दुर्व्यवहार, जो पार्टी का नाम कम करता है, अस्वीकार्य है। उन्होंने कहा कि अगर किसी ने कुछ गलत
किया है तो कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि यह सभी पर लागू है। सूत्रों ने बताया कि
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि जिन लोगों ने स्वागत किया है, उन्हें पार्टी में रहने का हक नहीं है, सभी
को पार्टी से निकाल देना चाहिए। गौरतलब है कि कुछ ही दिनों पहले इंदौर नगर निगम का दल गंजी
परिसर क्षेत्र में एक जर्जर मकान को गिराने को पहुंचा था। इसकी सूचना मिलने पर भाजपा विधायक
आकाश विजयवर्गीय की नगर निगम कर्मियों से नोकझोंक हो गई और आकाश ने नगर निगम अधिकारी
की बल्ले से पिटायी कर दी। इस घटना को लेकर पुलिस में मामला दर्ज करवाया गया और आकाश को
जेल भेज दिया था। बाद में उनकी रिहाई के बाद उनके समर्थकों ने जश्न मनाया था और फूलों से
स्वागत किया था। जेल से जमानत पर छूटने के बाद आकाश ने कहा था कि वह जनता की सेवा करते
रहेंगे लेकिन उन्होंने इस घटना पर खेद प्रकट नहीं किया था। आकाश के पिता और भाजपा महासचिव
कैलाश विजयवर्गीय ने कहा था कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी। ‘‘आकाशजी और कमिश्नर दोनों
कच्चे खिलाड़ी हैं। यह कोई बड़ा मुद्दा नहीं था लेकिन इसे बड़ा बनाया गया।’’ उन्होंने कहा था, ‘‘मुझे
लगता है कि अधिकारियों को अहंकारी नहीं होना चाहिए।’’