नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को देश के पहले विदेशी सांसद सम्मेलन का दिल्ली में उद्घाटन किया। इस दौरान इस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि 125 हिंदुस्तानियों की तरफ से आपका स्वागत है। वेलकम टू इंडिया, वेलकम टू होम। इस सम्मेलन में 23 देशों के 124 सांसद और 17 मेयर के शामिल हुए।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 21वीं सदी को एशियाई देशों की सदी माना जा रहा है और इसमें बारत बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। हमारी नजर किसी के संसाधनों या जमीन पर नहीं है। हमरा फोकस हमेशा अपनी क्षमता बढ़ाने पर है।
इससे पहले पीएम मोदी ने कहा कि पीएम ने कहा कि भारत अब बहुत आगे बढ़ चुका है, स्वयं में बदल रहा है और ट्रांसफॉर्म हो रहा है। पहले जैसा था वैसा चलता रहेगा, कुछ बदलेगा नहीं की सोच से भारत काफी आगे निकल गया है। हमारे लोगों की सोच, विचार और उम्मीदें चरम पर हैं क्योंकि देश ट्रांसफॉर्मेशन से गुजर रहा है। 21वीं सदी को ध्यान में रखते हुए सरकार तकनीक, यातायात व अन्य में निवेश कर रही है। आज विश्व बैंक, आईएमएफ, मूडीज जैसी संस्थाएं भारत की तरफ बेहद सकारात्मक तरीके से देख रही हैं। 2016-17 में भारत में 60 बिलियन डॉलर का एफडीआई हुआ है।
इससे पहले अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए पीएम ने कहा कि एक समय था जब कुछ लोग मजबूरी में तो कुछ लोग जबरन यहां से गए। भारतीय जहां भी गए वहां की जगह को अपना बनाया। आपकी यादें भारत के कोने-कोने से जुड़ीं हैं। आज भारतीय कई देशों में सांसद हैं और उनकी तरक्की से हर भारतवासी खुश होता है। आपके पूर्वज आज जहां भी होंगे आपको भारत में देखकर खुश हो रहे होंगे।