कानपुर। उत्तर प्रदेश में कानपुर के चौबेपुर क्षेत्र में पिछली दो तीन जुलाई की रात बिकरू गांव
में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या की वारदात में शामिल 50 हजार रूपये के एक और आरोपी को पुलिस ने मंगलवार
को गिरफ्तार कर लिया और उसकी निशानदेही में पुलिस से लूटी गयी एके 47 समेत अन्य हथियार एवं गोली
बारूद बरामद किये। अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने यहां पुलिस लाइन में पत्रकारों को
बताया कि पुलिस ने बीती देर रात दो बजकर 50 मिनट पर विकास दुबे गैंग के सदस्य और दो तीन जुलाई को
पुलिस पार्टी में हमले के आरोपी 50 हजार के इनामी बदमाश शशिकांत उर्फ सोनू को मैला तिराहा कस्बा चौबेपुर से
गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार अभियुक्त की निशानदेही पर पुलिस से लूटी गयी एके 47 और 17 कारतूस विकास
दुबे के घर से बरामद की गयी जबकि शशिकांत के घर से इसांस रायफल और 20 कारतूस बरामद किये गये हैं।
आरोपी ने पुलिस टीम पर हमले में अपनी संलिप्तता स्वीकार किया गया है। उन्होने बताया कि विकास और उसके
साथियों ने दो तीन जुलाई की रात दबिश देने गयी पुलिस टीम पर योजनाबद्ध तरीके से हमला किया था और
इसमें घातक हथियारों का प्रयोग किया गया था। इस हमले में मृत पुलिस कर्मियों के हथियार भी बदमाशों ने लूट
लिये थे। श्री कुमार ने बताया कि इस मामले में 21 नामजद अभियुक्तों में अब तक चार बदमाशों श्यामू बाजपेई,
दयाशंकर अग्निहोत्री, शशिकांत और यादव को गिरफ्तार किया गया है जबकि विकास दुबे, राजाराम, अतुल दुबे,
अमर दुबे, प्रभात मिश्र और प्रवीण दुबे पुलिस मुठभेड़ में मारे जा चुके हैं। उन्होने बताया कि इस वारदात में धारा
120 बी के तहत सात अभियुक्त जेल गये है जबकि 216 में दो को जेल हुयी है। अब नामित वांछित अभियुक्तों
की संख्या 11 रह गयी है। इसके अलावा पुलिस ने दो व्यक्तियों गुड्डन त्रिवेदी और सोनू को महाराष्ट्र में गिरफ्तार
किया है और उनको रिमांड पर लेकर पुलिस आ रही है। उन्होने बताया कि हत्या की जघन्य वारदात की रात कौन
कौन से पुलिस के कर्मचारी अपराधियों के संपर्क में थे। इस पर पुलिस की कड़ी नजर है। विकास दुबे के संपर्क में
रहने वाले किसी भी अधिकारी, पुलिसकर्मी अथवा अन्य को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जायेगा। पुलिस अधिकारी
ने बताया कि जांच में यह भी पता चला है कि विकास दुबे ने गिरोह के सदस्यों से पुलिसकर्मियों से लूटे गये
हथियार अपने और शशिकांत में छिपाने को कहा था।