मुंबई, 12 अप्रैल। पाकिस्तान में मौत की सजा का सामना कर रहे भारतीय नौसेना के पूर्व कमांडर कुलभूषण जाधव के प्रति तेजी से बढ़ रहे समर्थन के बीच महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने मंगलवार को इस्लामाबाद के विरोध में और जाधव की तत्काल रिहाई की मांग करते हुए विरोध रैली निकाली। पाकिस्तान के खिलाफ नारे लिखी तख्तियां थामे विरोध प्रदर्शन में शामिल मनसे कार्यकर्ताओं एवं नेताओं ने कहा कि जाधव पूरी तरह निर्दोष हैं, इसलिए पाकिस्तान को उन्हें रिहा कर देना चाहिए। मनसे कार्यकर्ताओं के एक समूह ने दादार में विरोध प्रदर्शन के दौरान पाकिस्तानी झंडे फाड़ डाले और उसे जलाने की भी कोशिश की। पवई के हीरानंदनी गरडस में स्थित जाधव के परिवार वालों के आवास के बाहर पड़ोसियों और मित्रों ने शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने हाथ से बनीं तख्तियां और पोस्टर ले रखे थे और भारत सरकार से जाधव की जल्द से जल्द रिहाई सुनिश्चित कराने का आग्रह किया। इस बीच जाधव की सुरक्षित रिहाई के लिए पवई में स्थानीय निवासियों ने एक मंदिर में पूजा-अर्चना भी की। जाधव महाराष्ट्र में सांगली के रहने वाले हैं और उनके पिता सुधीर जाधव कुछ ही दिन पहले मुंबई पुलिस में अधिकारी के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। पाकिस्तान की इंटर सर्विस पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने संज्ञिप्त बयान में कहा कि फील्ड जनरल कोर्ट मार्शल ने भारतीय जासूस जाधव को मौत की सजा सुनाई है, जिसकी पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने पुष्टि की। जाधव को पिछले वर्ष तीन मार्च को बलूचिस्तान इलाके से गिरफ्तार किया गया था और पाकिस्तान का दावा है कि जाधव हुसैन मुबारक पटेल के नाम से वहां रह रहे थे। आईएसपीआर का कहना है कि जाधव को जासूसी करने और पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध छेड़ने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। पाकिस्तान द्वारा जाधव को मौत की सजा सुनाए जाने पर भारत ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए चेतावनी के स्वर में कहा है कि अगर जाधव को फांसी दी जाती है तो पाकिस्तान को द्विपक्षीय संबंधों के गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।