लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को कहा कि यूपी इन्वेस्टर्स समिट के जरिये 4.28 लाख करोड़ रुपये के निवेश के लिए जो अनुबंध (एमओयू) हुए हैं, वे धरातल पर उतरेंगे तो प्रदेश में 33 लाख लोगों को नौकरियां और रोजगार मिलेंगे। वहीं निवेशकों को भरोसा दिलाया कि उप्र निवेश के लिए आकर्षक और सुरक्षित गंतव्य है।
इन्वेस्टर्स समिट के समापन सत्र में योगी ने कहा कि सरकार संभालते ही हमारी चिंता यह थी कि प्रदेश में विकास समान रूप से सब तक कैसे पहुंचे। हमने गरीबों, वंचितों, किसानों, नौजवानों और महिलाओं को सरकार की योजनाओं का लाभ दिलाने और विकास में भागीदार बनाने की कार्ययोजना बनायी। कोशिश यह है कि इन योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को मिले। इसी मकसद से 24 जनवरी को यूपी दिवस के अवसर पर “वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट” योजना लांच की गई।
उन्होंने कहा कि इन्वेस्टर्स समिट में 10 देशों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। 6000 से अधिक डेलीगेट्स ने इसमें शिरकत की। 100 से अधिक मीडिया हाउस इस आयोजन में शामिल हुए। इस दौरान 400 से अधिक बिजनेस टू बिजनेस और बिजनेस टू गवर्नमेंट बैंठकें हुईं। 32 से अधिक समानांतर सत्रों में 120 से अधिक वक्ताओं ने अपने विचार व्यकत किये। समिट के जरिये प्राप्त हुए 4.28 लाख करोड़ रुपये के निवेश के लिए कुल 1045 एमओयू हुए।
उन्होंने निवेशकों को प्रदेश की कानून व्यवस्था के प्रति आश्वस्त किया। कहा कि उद्यमियों को कारोबारी सहूलियतें (ईज ऑफ डूइंग बिजनेस) देने में उप्र ने लंबी छलांग लगायी है। उद्यमियों को उद्योगों की स्थापना के लिए सभी अनापत्तियां, स्वीकृतियां और लाइसेंस के डिजिटल क्लियरेंस के लिए लागू किये गए सिंगल विंडो पोर्टल को उन्होंने देश में अपने तरह का इकलौता पोर्टल बताया।
दुर्घटना में जान गंवाने वाले विधायक को दी श्रद्धांजलि-
इन्वेसटर्स समिट में शामिल होने के लिए आने के दौरान सड़क दुर्घटना में जान गंवाने वाले बिजनौर के नूरपुर क्षेत्र के विधायक लोकेंद्र सिंह चौहान को मुख्यमंत्री ने समापन सत्र के मंच से श्रद्धांजलि दी।
राष्ट्रपति कोविंद बने बल्लेबाज, सीएम योगी दर्शक-
इन्वेस्टर्स समिट की शुरुआत में भले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्रिकेट के वर्चुअल स्वरूप का मजा न लिया हो, मगर इसके अंत में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जरूर बल्लेबाज बने नजर आए, जबकि उनके सामने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दर्शक की भूमिका में रहे।
यहां समापन समारोह से पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पहले मुख्यमंत्री के साथ प्रदर्शनी स्थल का निरीक्षण किया। जहां उन्होंने प्रोयुगा र्स्टाटअप के क्रिकेट गेम का मजा लिया। जब राष्ट्रपति ने आंख पर चश्मा चढ़ाया और हाथ में इलेक्ट्रॉनिक बल्ला पकड़कर एक आभासी शॉट लगाया तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद को ठहाका लगाने से नहीं रोक सके, जिसके साथ ही प्रोयुगा ने आइबी क्रिकेट नाम के इस गेम की विधिवत लॉन्चिगं की घोषणा कर दी।
एक करोड़ रुपये सालाना से अधिक की नौकरी छोड़कर एक आइआइटियन ने अपना स्टार्टअप शुरू किया। उसके साथ में आइआइटी का ही एक दूसरा पासआउट भी जुड़ गया। इस स्टार्टअप को दोनों ने अपने शौक यानी क्रिकेट का जामा पहनाया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से इन्वेस्टर्स समिट के उद्घाटन समारोह से पहले इस गेम को लांच करने की तैयारी थी। लेकिन, बुधवार को गेम लॉन्च नहीं हो पाया था।
प्रोयुगा नाम के इस स्टार्टअप के संस्थापक, वसुथ साई आइआइआइटी हैदराबाद के छात्र हैं। उनके साथ त्रिविक्रम रेड्डी आइआइटी दिल्ली के पूर्व छात्र हैं। दोनों ने बताया कि सुबह सूचना एवं प्रोद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भी यह गेम खेला था। जिसके बाद राष्ट्रपति ने इसमें अपना हाथ आजमाया।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने का अनुभव कराएगा गेम-
स्टार्टअप प्रोयुगा अपना पहला उत्पाद आइबी क्रिकेट दुनिया भर में रिलीज कर रहा है। त्रिविक्रम रेड्डी ने बताया कि यह गेम आपको स्टेडियम के अंदर खुद एक खिलाड़ी के तौर पर खेलता हुआ महसूस कराएगा। हाथ में एक इलेक्ट्रॉनिक बैट लेकर आप महसूस करेंगे कि हजारों लोग स्टेडियम में बैठे हैं। जिनके सामने आप गेंदबाज का सामना कर रहे हैं। शॉट मारेंगे तो आपके बल्ले में कंपन भी महसूस होगा। चार रन होगा तो भीड़ तालियां बजाएगी। आपको इंडिया इंडिया का शोर भी सुनाई देगा।