द्वारका (गुजरात)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज सुबह प्रसिद्ध द्वारकाधीश मंदिर में पूजा-अर्चना के साथ अपनी दो दिन की गुजरात यात्रा की शुरूआत की। भगवान श्रीकृष्ण के मंदिर में पूजा करने के बाद प्रधानमंत्री ने वहां जमा लोगों का हाथ हिलाकर अभिवादन किया और उनसे मिले।
द्वारका में मोदी ने आज 5,825 करोड़ रुपये की लागत वाली चार राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की आधारशिला रखी। उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग-51 पर बेट द्वारका और ओखा के बीच मोटे तारों पर खिंचे सिग्नेचर ब्रिज सहित अन्य परियोजनाओं के निर्माण की भी आधारशिला रखी। इस पुल की परियोजना लागत 962 करोड़ रुपये है।
द्वारका में लोगों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘आधारभूत संरचनाओं के निर्माण से आर्थिक गतिविधियां बढ़ती हैं और विकास का माहौल बनता है।’’ उन्होंने कहा कि पर्यटन क्षेत्र का विकास एकाकी रूप में नहीं हो सकता है, यदि हम गिर के इलाके में अधिक पर्यटकों को आकर्षित करना चाहते हैं तो हमें पर्यटकों को द्वारका जैसे अन्य भागों में भी आने के लिए प्रेरित करना होगा। मोदी ने कहा, ‘‘आज मैं द्वारका के लोगों में काफी अलग माहौल देख रहा हूं। यहां लोगों में काफी उत्साह है। हम जिस पुल का निर्माण करने जा रहे हैं वह सिर्फ बेट द्वारका पहुंचने के लिए पुल नहीं है, यह हमें हमारे इतिहास और संस्कृति से जोड़ता है।’’
पुराने दिनों को याद करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘मुझे याद है कि बेट द्वारका के लोगों के लिए पुराना समय कितना कठिन था। आधारभूत संरचनाओं की कमी का मतलब है परिवहन मुश्किल था, आपात स्थिति आने पर लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता था। हम आधारभूत संरचनाओं का निर्माण कर इस स्थिति को बदलना चाहते हैं।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि जब माधवसिंह सोलंकी मुख्यमंत्री थे उस दौरान पहले पन्ने पर बड़े-बड़े विज्ञापन छपे थे कि वह पानी की टंकी के उद्घाटन के लिए जामनगर आ रहे हैं। वह विकास की संकीर्ण सोच थी। तब से अब तक हमने लंबा रास्ता तय किया है। हम समग्र विकास की ओर उन्मुख हैं।
उन्होंने कहा कि हम बंदरगाह और बंदरगाहों के माध्यम से विकास चाहते हैं। समुद्री अर्थव्यवस्था को भारत की प्रगति को आगे लेकर जाना चाहिए। गौरतलब है कि गुजरात में इसी वर्षांत में विधानसभा चुनाव होने हैं। अपनी इस दो दिन की यात्रा के दौरान मोदी विभिन्न परियोजनाओं की शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे। वह प्रधानमंत्री बनने के बाद आज पहली बार अपनी जन्मस्थली वडगांव भी जाएंगे।