नई दिल्ली। 23 जनवरी से स्विट्जरलैंड के दावोस में शुरू हो रहे डब्लूईएफ बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शाहिद खाकन अब्बासी के बीच द्विपक्षीय मुलाकात की कोई योजना नहीं है। विदेश मंत्रालय में सचिव (आर्थिक संबंध) विजय गोखले ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की इस सम्मेलन में पाक पीएम के अलावा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से भी मुलाकात नहीं होगी।
इससे पहले कहा जा रहा था कि भारत और पाक के रिश्तों पर जमी बर्फ दावोस में पिघल सकती है। दावोस में हो रहे इस आर्थिक महाकुंभ में लगभग 140 देशों के राजनेता और अर्थशास्त्री मौजूद होंगे। इस सम्मेलन की शुरुआत पहली बार कोई भारतीय प्रधानमंत्री करेंगे। पीएम मोदी उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए नए उभरते भारत की तस्वीर पेश करेंगे।
इससे पहले पीएम मोदी ने शुक्रवार को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि भारत ने दुनिया पर अपनी छाप छोड़ी है और अब जरूरत उसका लाभ उठाने की है। भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है और सभी रेटिंग एजेंसियों समेत दुनियाभर ने इसे मान्यता दी है। “दावोस” भारत के लिए बेहतरीन अवसर है क्योंकि देश के पास एक बड़ा बाजार और जनसांख्यिकीय ताकत है।
उन्होंने आगे कहा कि भारत की नीतियों और विकास क्षमताओं के बारे में दुनिया सीधे उसके मुखिया से सुनना चाहती है। विश्व आर्थिक मंच (डब्लूईएफ) सम्मेलन में 125 करोड़ भारतीयों की सफलता की कहानी सुनाने में उन्हें बेहद गर्व होगा।
ये भी होंगे मौजूद
दावोस सम्मेलन में मौजूद रहने वालों में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों, ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरीजा मे, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो, ब्राजील के राष्ट्रपति मिशेल टेमर, इटली के पीएम पाओलो जेंटिलोनी, यूरोपीय आयोग (ईसी) के अध्यक्ष जीन क्लॉड जंकर प्रमुख होंगे।