पटना/रांची। चारा घोटाला के एक मामले में साढ़े तीन साल की सजा मिलने के बाद राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की जेल में पहली रात बेचैनी में कटी। शाम से देर रात उन्होंने केवल एक रोटी खाई। लालू रविवार की सुबह जल्दी उठ गए। अब वे जेल में बागवानी कर प्रतिदिन 93 रुपए की मजदूरी कमाएंगे।
शनिवार की शाम रांची की विशेष सीबीआई अदालत ने राजद सुप्रीमो को चारा घोटाला के एक मामले में साढ़े तीन साल की सजा दी। बताया जाता है कि इसके बाद लालू मायूस दिखे। शाम में उन्होंने चाय नहीं पी, नाश्ता भी नहीं किया। रात में खाने के लिए उनकी इच्छा के अनुसार अरहर दाल व मिक्स भेज की सब्जी बनाई गई। उन्होंने देर रात केवल एक रोटी खाई।
जेल में लालू को अब जेल मैन्युअल के अनुसार सजायाफ्ता कैदी की तरह रहना होगा। उन्हें प्रतिदिन सुबह 5.30 बजे तक उठना, लाइन लगकर गिनती कराना व खाना लेना होगा। खुद अपने बर्तन धोने होंगे। हर दिन उन्हें निर्धारित घंटे काम करना होगा।
लालू का सजावार कैदी के रूप में जेल मैन्युअल के अनुसार आज पहला दिन है। इसके अनुसार वे आज सुबह जल्दी उठे। लालू अपनी इच्छानुसार जेल में माली का काम करेंगे। जेल प्रशासन ने उनकी बागवानी करने की इच्छा मान ली है। इसके लिए उन्हें रोजाना 93 रुपए मिलेंगे।
हालांकि, इसकी आधिकारिक सूचना नहीं मिली है, लेकिन संभव है कि लालू प्रसाद यादव को सोमवार को हजारीबाग की ओपन जेल में शिफ्ट कर दिया जाए। वे अपनी सजा यहीं काटेंगे।