बठिंडा/नई दिल्ली। पंजाब के बठिंडा आर्मी कैंट क्षेत्र में बुधवार तड़के हुई फायरिंग में चार सैनिक शहीद हो गए। इसके बाद मिलिट्री स्टेशन के सभी गेट बंद कर पूरे इलाके को सील कर दिया गया। सेना पंजाब पुलिस के साथ इस वारदात की जांच कर रही है। पंजाब पुलिस ने इस घटना में आतंकी एंगल से इंकार किया है। सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने भी गृह मंत्रालय से पुष्टि की कि यह कोई आतंकी हमला नहीं था। सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह इस घटना के बारे में अधिकृत जानकारी देंगे।
सेना के दक्षिण पश्चिमी कमान मुख्यालय ने बयान में कहा है कि आज सुबह 4:35 बजे इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में एक तोपखाना इकाई के चार सैन्य जवानों ने बंदूक की गोली लगने से दम तोड़ दिया। बठिंडा मिलिट्री स्टेशन में फायरिंग की घटना में किसी अन्य कर्मी को चोट या किसी संपत्ति के नुकसान होने की सूचना नहीं है। इलाके को सील कर दिया गया है और पंजाब पुलिस के साथ संयुक्त जांच की जा रही है। स्टेशन पर क्विक रिएक्शन टीमों को सक्रिय कर दिया गया है और तलाशी अभियान जारी है।
बयान में यह भी कहा गया है कि दो दिन पहले इंसास राइफल के साथ गायब हुए 28 राउंड कारतूसों के इस घटना में इस्तेमाल होने की संभावना सहित सभी पहलुओं का पता लगाया जा रहा है। घटना में शहीद हुए जवानों के परिवारों को जानमाल के नुकसान की सूचना दी जा रही है। सूत्रों ने कहा कि कुछ दिन पहले स्टेशन की एक तोपखाना इकाई से कुछ हथियार गायब हो गए थे। गायब हथियारों को खोजने के लिए तलाशी अभियान जारी है। सेना ने कहा कि प्रथम दृष्टया यह फ्रेट्रिकाइड किलिंग का मामला लगता है, जिसमें आतंकी हमले का कोई सबूत नहीं है।
सेना मुख्यालय के सूत्रों ने खुलासा किया कि गोली चलाने वालों को क्विक रिएक्शन टीमों ने पकड़ लिया है, लेकिन इनके नामों का खुलासा नहीं किया गया है। तलाशी अभियान में इस घटना के विवरण का पता लगाया जा रहा है। बठिंडा आर्मी कैंट स्थित सैन्य स्टेशन में ज्यादातर सैनिकों के परिवार रहते हैं और यह एक आवासीय सेना का अड्डा है। प्रारंभिक जानकारी में कहा गया है कि सेना के कुछ लोगों ने दूसरों पर अंधाधुंध गोलियां चलाईं। प्रारंभिक तौर पर किसी तोड़फोड़ की आशंका नहीं है, लेकिन विवरण की प्रतीक्षा है। यह देश में सबसे बड़ा रक्षा प्रतिष्ठान होने के नाते सैन्य स्टेशन राष्ट्रीय राजमार्ग -7 के साथ चंडीगढ़-फाजिल्का खंड पर स्थित है।
दूसरी तरफ, पंजाब पुलिस ने इस घटना में आतंकी एंगल से इंकार करते हुए कहा है कि करीब दो दिन पहले 28 कारतूस वाली एक इंसास राइफल गायब हो गई थी। इस घटना के पीछे सेना के कुछ जवान हो सकते हैं। बठिंडा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) गुलनीत सिंह खुराना ने पुष्टि की कि ‘कुछ’ हुआ है, लेकिन सेना ने विवरण साझा नहीं किया है। उन्होंने कहा कि सेना अपने स्तर पर आंतरिक जांच कर रही है। एसएसपी खुराना ने कहा कि यह कोई आतंकी हमला नहीं था और ऐसा लगता है कि यह मिलिट्री स्टेशन का ही आंतरिक घटनाक्रम है।