नई दिल्ली। विदेशों में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए शुरू किये गये ‘वंदे भारत मिशन’
के तहत एक ओर जहाँ 65 हजार लोग देश वापस आ चुके हैं, वहीं करीब 38 हजार लोग चार्टर्ड उड़ानों से भी
भारत लौटे हैं। नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने रविवार को बताया कि 25 मई से देश में घरेलू उड़ानों
का परिचालन दुबारा शुरू होने के बाद से नागर विमानन महानिदेशालय ने 640 चार्टर्ड अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की
अनुमति दी है।
इनमें एक लाख लोग देश से बाहर गये हैं जबकि 38 हजार भारतीय स्वदेश लौटे हैं। वंदे भारत मिशन के तहत
विदेश मंत्रालय दूसरे देशों में भारतीय दूतावासों के सहयोग से स्वदेश लौटने के इच्छुक लोगों की सूची तैयार करता
है और उसके बाद यात्रियों की संख्या के आधार पर एयर इंडिया तथा उसकी सहयोगी कंपनी एलायंस एयर की
उड़ानें निर्धारित की जाती हैं।
इन उड़ानों का किराया भी सरकार ही तय करती है। वहीं, चार्टर्ड उड़ानों की अनुमति डीजीसीए देता है जबकि उड़ानों
की व्यवस्था, विमान की बुकिंग आदि की जिम्मेदारी स्वयं यात्रियों की होती है। पुरी ने बताया कि 06 मई से शुरू
हुये वंदे भारत मिशन में अब तक 350 उड़ानों में करीब 65 हजार भारतीय नागरिक स्वदेश लौटे हैं।
इसका पहला चरण समाप्त हो चुका है और फिलहाल दूसरा चरण चल रहा है। तीसरा चरण 10 जून से शुरू होने
वाला है जिसमें 311 से अधिक उड़ानें विभिन्न देशों में फँसे भारतीयों को वापस लायेंगी।