वाराणसी। प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि नए भारत में जातिपाति और बेईमानी के लिए कोई स्थान नहीं है। उन्होंने कहा कि बेईमानों को सजा और ईमानदारों का सम्मान नए भारत में राजनीति और समाज व्यवस्था का आधार बनेगा। प्रधानमन्त्री ने भक्तिकाल के महान संत गुरु रविदास की जन्मस्थली सीरगोवर्धन गाँव में देश विदेश से आये श्रद्धालुओं को सम्बोधित करते हुए कहा जाति और वर्गों के आधार पर राजनीति करने वाले लोगों ने समाज को बांटने का किया है जबकि नए भारत में सामाजिक समरसता और सामाजिक एकता का संस्कार कायम होगा। गुरु रविदास जयंती पर श्रद्धालुओं को शुभकामना देते हुए उन्होंने इस धर्मस्थल के विकास की कई योजनाओं की आधारशिला रखी। मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने अपने साढ़े चार वर्ष के कार्यकाल में गुरु रविदास के उपदेशों के अनुरूप गरीबों और उपेक्षित लोगों के उन्नयन और श्रम के सम्मान करने करने की नीतियों पर अमल किया है। कुछ राजनीतिक दलों ने जाति के आधार पर राजनीतिक स्वार्थ सिद्धि का काम किया जबकि उनकी सरकार ने बिना किसी भेदभाव के सभी के विकास पर ध्यान दिया। उन्होंने कहा कि समाज जीवन से बेईमान और भ्रष्टाचार के उन्मूलन पर गुरु रविदास ने जोर दिया था। उनकी सरकार ने नोटबंदी, कालेधन और बेनामी संपत्ति पर अंकुश लगाने जैसे कदम उठा कर देश में ईमानदारी और श्रम के सम्मान का माहौल बनाया है। गरीब किसानों को प्रतिवर्ष छह हजार रुपये की आर्थिक सहायता का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि यह तो महज शुरुआत है, अभी बहुत कुछ और किया जाएगा।