नई दिल्ली। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भक्ति आंदोलन के गुरु रविदास को जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की। राष्ट्रपति ने ट्वीट किया, ‘गुरु रविदास जयंती पर सभी साथी नागरिकों को शुभकामनाएं। समानता, एकता और सामाजिक समरसता की उनकी शिक्षा और संदेश हमारे समाज को प्रेरित करते हैं।’
उन्होंने कहा कि गुरु रविदास ने लोगों को भेदभाव की बुराइयों से अवगत कराया और इन बुराईयों को छोड़कर आगे निकलने का आग्रह किया। राष्ट्रपति ने देशवासियों से उनकी शिक्षाओं का पालन करने की अपील की और मानवता और सामाजिक समानता के गुणों को मजबूत करने का प्रयास करने का आग्रह किया। पंजाब, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में एक गुरु के रूप में प्रतिष्ठित रविदास के भक्ति गीतों ने 14 वीं, 15 वीं और 16 वीं शताब्दी में स्थायी रूप से प्रभाव डाला।
मोदी ने भी ट्वीट किया और कहा कि गुरु ने सद्भाव का एक अमिट संदेश छोड़ा है जो हमें प्रेरित करता है। मोदी ने हिंदी में लिखा, ‘परम पूज्य संत रविदास जी को उनकी जयंती पर कोटि-कोटि नमन। सद्भाव, समानता और सामाजिक सशक्तिकरण के लिए उन्होंने जो अनमोल एवं अमिट संदेश दिया, वह हमें सदा प्रेरित करता रहेगा।’ रविदास जयंती माघ पूर्णिमा के दिन मनाई जाती है। माना जाता है कि 14वीं शताब्दी में माघ पूर्णिमा के दिन संत का जन्म हुआ था। उत्तर प्रदेश सरकार ने सोमवार को घोषित किया कि 19 फरवरी मंगलवार को’माघ पूर्णिमा’और’संत रविदास जयंती’के अवसर पर सार्वजनिक अवकाश रहेगा। यह आदेश उच्च शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव जितेंद्र कुमार ने जारी किया।