एजेंसी
काबुल। काबुल के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के बाहर बृहस्पतिवार को हुए आत्मघाती धमाकों
में कम से कम 95 अफगानों की मौत हुई है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। मीडिया से बात करने के लिए
अधिकृत नहीं होने के कारण नाम उजागर न करने की शर्त पर अधिकारी ने बताया कि वास्तविक मृतक संख्या
इससे भी ज्यादा होगी क्योंकि शव निकाले जा रहे हैं। अफगान और अमेरिकी अधिकारियों ने पहले कहा था कि
अगस्त 2011 के बाद से अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना के लिए सबसे घातक दिन में, बम विस्फोटों में कम से
कम 60 अफगान और 13 अमेरिकी सैनिक मारे गए।
धमाके के बाद आज का जो नजारा सामने आया है उससे यह साफ है कि अफगानिस्तान के लोग जैसे भी हो देश
छोड़ना चाहते हैं। जहां कल धमाका हुआ था वहां आज हजारों की संख्या में लोग पहुंचे हैं। इधर प्रत्यक्षदर्शियों ने
घातक आत्मघाती धमाकों के एक दिन बाद काबुल अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से निकासी के लिए उड़ान परिचालन फिर
से शुरू होने की जानकारी दी है।
टीवी रिपोर्ट के अनुसार तालिबानी लोगों से अपील कर रहे हैं कि वे यहां से नहीं जाएं। वहीं एयरपोर्ट के आस पास
अभी भी आतंकी हमले किये जाने की चेतावनी जारी की गई है। इधर अफगानिस्तान में इस्लामक स्टेट से संबद्ध
‘इस्लामिक स्टेट-खुरासान प्रांत' (आईएसकेपी) ने काबुल हवाईअड्डे के बाहर हुए हमलों की जिम्मेदारी ले ली है।
अफगान और अमेरिकी अधिकारियों की मानें तो काबुल हवाईअड्डे के पास दो आत्मघाती हमलावरों और
बंदूकधारियों ने अफगानों की भीड़ पर किये गये हमले में कम से कम 72 लोगों की मौत हो गई जबकि कई अन्य
के घायल होने की खबर है। हालांकि टीवी रिपोर्ट में 100 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की खबर चल रही है।
मृतकों में 13 अमेरिकी सैनिक और अफगानिस्तान के 60 लोग शामिल हैं।
आईएसकेपी ने हमले की जिम्मेदारी ली : आईएस से संबद्ध आईएसकेपी ने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि
उसने अमेरिकी सैनिकों और उसके अफगान सहयोगियों को निशाना बनाया है। बयान के साथ एक तस्वीर भी साझा
की गई। आतंकवादी संगठन ने कहा कि यह वही हमलावर है, जिसने हमले को अंजाम दिया। तस्वीर में कथित
हमलावर को काले आईएस झंडे के सामने विस्फोटक बेल्ट के साथ खड़ा देखा जा सकता है, जिसके चेहरे पर एक
काला कपड़ा बंधा है और केवल उसकी आंखें दिख रही हैं। बयान में दूसरे आत्मघाती हमलावर या बंदूकधारियों का
कोई जिक्र नहीं था।
पकड़कर सजा देंगे : अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने काबुल में हुए हमलों के लिए इस्लामी आतंकियों को
जिम्मेदार ठहराया और हमले में मारे गए लागों की जान का बदला लेने का संकल्प लेते हुए कहा कि हम तुम्हें
यानी हमलावरों को पकड़कर इसकी सजा देंगे। बाइडन ने कहा कि इस हमले को अंजाम देने वाले और अमेरिका को
नुकसान पहुंचाने की मंशा रखने वाले ध्यान रखें कि हम तुम्हें बख्शेंगे नहीं। हम यह भूलेंगे नहीं। हम तुम्हें पकड़कर
इसकी सजा देंगे। मैं अपने देश के हितों और लोगों की रक्षा करूंगा।