नई दिल्ली। सरकारी विमान सेवा कंपनी एयर इंडिया ने अपने 87वें स्थापना
दिवस पर मंगलवार को उस समय एक नया इतिहास रचा जब दिल्ली से मुंबई जा रहे ए320 विमान को
पार्किंग-स्टैंड से रनवे पर ले जाने के लिए इंजन चालू करने की बजाय टैक्सीबोट का इस्तेमाल किया
गया। यह दुनिया में पहली बार है जब किसी एयरबस कंपनी के विमान को किसी वाणिज्यिक उड़ान के
लिए पार्किंग-बे से रनवे तक टैक्सीबोट से ले जाया गया है। एयर इंडिया के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक
अश्विनी लोहानी ने दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुबह आठ बजे पार्किंग स्टैंड सी28
से उड़ान संख्या एआई 665 को हरी झंडी दिखाकर रनवे संख्या 28 के लिए रवाना किया। विमान को
टैक्सी करने के लिए पारंपरिक रूप से इंजन का इस्तेमाल किया जाता है। टैक्सीबोट दुनिया में इसका
एक मात्र विकल्प है। इसके इस्तेमाल से टैक्सी के दौरान विमान ईंधन की 85 प्रतिशत बचत होती है।
साथ ही प्रदूषण भी कम होता है। टैक्सीबोट एक सेमीरोबोटिक वाहन है जिसे विमान जोड़ देने के बाद
पायलट विमान के केबिन से ही नियंत्रित कर सकता है। विमान को रनवे पर छोड़कर वापस आते समय
टैक्सीबोट का चालक नियंत्रण अपने हाथ में लेता है। अन्य विमान सेवा कंपनियों में इंडिगो, एयर एशिया
और गोएयर ने भी दिल्ली हवाई अड्डे पर एयरबस विमानों के साथ टैक्सीबोट का सफल परीक्षण किया
है, लेकिन एयर इंडिया किसी वाणिज्यिक उड़ान के लिए इसका इस्तेमाल करने वाली दुनिया की पहली
एयरलाइन बन गयी है। इस समय दिल्ली हवाई अड्डे पर दो टैक्सीबोट हैं। इस साल के अंत तक देश में
पाँच टैक्सीबोट उपलब्ध होने की संभावना है।