नई दिल्ली/देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने शुक्रवार को दिल्ली से
देहरादून लौटने के बाद राज्यपाल से भेंटकर इस्तीफा दे दिया। मुख्यमंत्री ने संवैधानिक संकट का हवाला देते हुए
राज्यपाल को इस्तीफा दिया। उधर, भाजपा ने शनिवार की शाम तीन बजे से पार्टी विधायक दल की बैठक बुलाई है,
जिसमें मुख्यमंत्री का नया चेहरा तय होगा। इस प्रकार उत्तराखंड में छह महीने के अंदर दूसरी बार नए मुख्यमंत्री का
चयन होने जा रहा है।
कुल 114 दिन मुख्यमंत्री रहने के बाद तीरथ सिंह रावत ने राज्यपाल बेबीरानी मौर्य से भेंटकर अपना इस्तीफा
दिया। रावत ने कहा कि उन्होंने संवैधानिक संकट को देखते हुए पार्टी नेतृत्व के सामने इस्तीफे की पेशकश की थी।
नए मुख्यमंत्री के चयन के लिए भाजपा ने शनिवार को शाम तीन बजे से विधायक दल की बैठक बुलाई है।
सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली से केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर बतौर ऑब्जर्वर
देहरादून जाएंगे।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत गढ़वाल से सांसद हैं। नियमानुसार, मुख्यमंत्री बनने के छह महीने के
भीतर उन्हें राज्य के सदन का सदस्य होना चाहिए। ऐसे में वह उपचुनाव के माध्यम से ही सदस्य हो सकते थे।
लेकिन, बताया जा रहा है कि जिस राज्य के विधानसभा चुनाव में एक साल से भी कम समय होता है, वहां आयोग
उपचुनाव नहीं कराता। ऐसे में संवैधानिक संकट खड़ा हो रहा था। इसे देखते हुए तीरथ सिंह रावत ने भाजपा
अध्यक्ष जेपी नड्डा से विचार-विमर्श के बाद इस्तीफा देने का फैसला किया।