नई दिल्ली। विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह ने कहा कि इराक के मोसुल में मारे गए सभी 39 भारतीयों के शव को भारत लाने में 8-10 दिन का समय लगा सकता है क्योंकि इसमें तमाम कानूनी प्रक्रिया से गुजरना होगा। उन्होंने कहा, ‘इसमें कानूनी प्रक्रियाएं होंगी। हम इराक से जानकारी मिलने का इंतजार कर रहे हैं। शवों को वापस लाने में 8-10 दिन का समय लग सकता है।’
बता दें कि आज विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने तीन साल पहले मोसुल में लापता हुए भारतीयों के बारे में बताया कि वे सब आईएस आतंकियों द्वारा मारे गए। 2014 में अपहृत भारतीयों का पता लगाने के लिए सिंह कई बार इराक गए थे। मामले पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के साथ वीके सिंह भी विपक्षियों के निशाने पर हैं।
सिंह ने कहा, ‘विदेश मंत्री ने कहा था कि बिना सबूत लापता लोगों को मृत घोषित नहीं कर सकते और उन्होंने अपनी बात के प्रति वफादारी निभाई। विपक्ष इसे दूसरे तरीके से ले रहा है।’
सिंह ने कहा सरकार इन भारतीयों का पता लगाने के लिए सरकार ने हर संभव प्रयास किए। उन भारतीयों के जिंदा होने की थोड़ी भी संभावना के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, हमने हरेक दरवाजा खटखटाया कि कहीं कोई बचा हो। हो सकता है कहीं बाहर गया हो। लेकिन, उनके जीवित हाने की संभावना काफी कम थी। हालांकि इनके मौत के बारे में तुरंत कुछ पता नहीं चला, इनके शव मोसुल के एक गांव बदूश से बरामद हुए और डीएनए टेस्ट के जरिये इनकी पहचान की गई।