जकार्ता (इंडोनेशिया)। इंडोनेशिया में जानवरों के बीच फैले घातक संक्रमण ने ईद-उल-अजहा
के दिन कुर्बानी देने की सदियों पुरानी परंपा में व्यवधान डाला है और रविवार को बड़ी संख्या में लोग कुर्बानी दिए
बिना ही त्योहार मनाते नजर आए।
ईद-उल-अजहा को “कुर्बानी के पर्व” के रूप में जाना जाता है। इंडोनेशिया, भारत और पाकिस्तान समेत अधिकतर
एशियाई देशों में रविवार को ईद-उल-अजहा का त्योहार मनाया जा रहा है। जबकि अफगानिस्तान, लीबिया, मिस्र,
केन्या और यमन जैसे देशों सहित दुनिया के अन्य हिस्सों में मुसलमानों ने शनिवार को ईद-उल-अजहा का पर्व
मनाया।
दुनिया में मुसलमानों की सर्वाधिक जनसंख्या वाले देश इंडोनेशिया में इस बार जानवरों के बीच फैले खुरपका
(एफएमडी) नामक घातक संक्रमण के कारण अधिकतर लोग कुर्बानी की परंपरा का पालन नहीं कर पा रहे हैं। देश
में बकरी, गाय और भेड़ों की बिक्री का कारोबार बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। इस संक्रमण पर नियंत्रण पाने के
लिए सरकार की ओर से भी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।