नई दिल्ली। गुजरात में विधानसभा चुनाव के पहले राहुल गांधी लगातार ट्वीट कर पीएम मोदी से सवाल पूछते हुए उन्हें घेरने में लगे हैं। इस बीच मंगलवार को उनके द्वारा पूछे गए सवाल के बाद खुद कांग्रेस उपाध्यक्ष ही घिर गए। दरअसल उन्होंने महंगाई को लेकर एक सवाल पूछा था लेकिन इसमें जो आंकड़े उन्होंने दिए थे उसमें गणित की गलतियां साफ नजर आ रहीं थीं। इसके बाद राहुल का यह ट्वीट ट्रोल होने लगा। गलती का अहसास होने पर उन्होंने इसे सुधारा और फिर से नया ट्वीट किया।
खबरों के अनुसार अपने सातवें सवाल में महंगाई का मुद्दा उठाते हुए राहुल ने प्रधानमंत्री को रसोई गैस, सब्जी और ईंधन जैसी आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में बढ़ोतरी के लिए सीधे आरोप लगाया। उन्होंनेने आक्रामक रूप से दरों में अंतर को हाईलाइट भी किया, क्योंकि 2014 में आम चुनाव हुए थे, जिसके बाद से अब तक केंद्र में मोदी सरकार है।
गैस सिलेंडरों पर डेटा प्रस्तुत करते हुए, राहुल गांधी ने कहा कि 2014 में एक सिलेंडर की कीमत 414 रुपये थी, जबकि 2017 में यह बढ़कर 742 रुपये हो गई है। इसके बाद, यह कहने के बजाय कि 79 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, नेहरू-गांधी के वंशज ने गलती से इसे 179 प्रतिशत की वृद्धि के रूप में उल्लेखित कर दिया।
राहुल गांधी यहीं नहीं रुके! उन्होंने कहा कि दालों की कीमत 77 प्रतिशत की बजाय 177 प्रतिशत बढ़ी है, टमाटर की कीमत 185 प्रतिशत की बजाय 285 प्रतिशत बढ़ी है, प्याज की बढ़ोतरी 100 प्रतिशत की बजाय 200 प्रतिशत बढ़ी, दूध के दामों में 31% की बजाय 131% की वृद्धि हुई और डीजल की कीमत 13% की बजाय 113% बढ़ गई है।
हालांकि लगभग 4 घंटे बाद गलती का अहसास होने पर या किसी के अहसास दिलाने पर राहुल गांधी ने महंगाई दर के आंकड़ों को दुरुस्त कर लिया है। लेकिन आंकड़ों को सुधारते हुए वह एक गलती कर बैठे उन्होंने रसाई गैस में 79 प्रतिशत की वृद्धि को 328 प्रतिशत बता दिया।
गुजरात चुनावों के मद्देनजर राहुल गांधी प्रतिदिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से एक सवाल कर रहे हैं। वह मांग कर रहे हैं कि पीएम मोदी इन सवालों के जवाब दें। लेकिन पीएम मोदी ने अभी तक राहुल गांधी के सवालों को तवज्जो नहीं दी है। यदि राहुल गांधी सवाल पूछने में भी ही इतनी बड़ी-बड़ी चूक करेंगे, तो शायद ही पीएम मोदी कभी उनके किसी सवाल को गंभीरता से लेंगे।