अहमदाबाद। अहमदाबाद के 28 से अधिक स्कूलों में 6 मई को भेजे गए धमकी भरे ई-मेल मामले में गुजरात पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। अहमदाबाद क्राइम ब्रांच का दावा है कि ऐसे सभी ई-मेल पाकिस्तान से भेजे गए थे। इसके पूर्व शंका की जा रही थी कि ई-मेल में रशियन डोमिन का इस्तेमाल किया गया है।
दिल्ली के बाद 6 मई को अहमदाबाद के स्कूलों को धमकी भरे ई-मेल मिलने के बाद कई एजेंसियों ने इसकी अपने-अपने स्तर से जांच शुरू कर दी थी। जांच में सेंट्रल एजेंसियों से भी मदद लिए जाने की जानकारी है। गुजरात में मतदान के एक दिन पहले 6 मई को अहमदाबाद के 28 से अधिक स्कूलों को धमकी भरे ई-मेल भेज कर बम से उड़ाने की बात कही गई थी। ई-मेल में शरिया कानून लागू करने की बात कही गई थी। ई-मेल में कहा गया कि `इस्तीशादी पूरे शहर में फैल चुके हैं और हमले के लिए तैयार हैं। प्रतिकार करने वाले सभी लोगों को तौहीद के योद्धा मार देंगे। हमारा ध्येय गुजरात में शरिया कानून स्थापित करना है। हमारे शरण आ जाओ या हमारे द्वेष से मर जाओ। हम तुम्हारे जीवन को खून की नदियों में बदल देंगे।’ सभी ई-मेल तौहीदा वॉरियर के नाम से किए गए थे।
ई-मेल की जांच के दौरान अहमदाबाद क्राइम ब्रांच को इसमें पाकिस्तानी कनेक्शन मिला है। यही वजह है कि क्राइम ब्रांच पाकिस्तान से ई-मेल किए जाने का दावा कर रहा है। क्राइम ब्रांच सूत्रों के अनुसार इसमें आईएसआई का हाथ होने की भी आशंका है।
जांच एजेंसी का दावा है कि यदि दिल्ली और अहमदाबाद के ई-मेल एक ही डोमिन से किए गए हैं तो यह पाकिस्तान से किए जाने की पूरी संभावना है। मामले से पाकिस्तान कनेक्शन जुड़ने के साथ अहमदाबाद क्राइम ब्रांच इसमें केन्द्रीय जांच एजेंसियों से भी मदद लेने की तैयारी में है। शुरुआत में रशियन कनेक्शन की बात पुलिस कह रही थी लेकिन अब नए इनपुट के आधार पर अहमदाबाद पुलिस का दावा है कि इसके पाकिस्तानी कनेक्शन है, जिसमें आईएसआई का भी हाथ हो सकता है।