नयी दिल्ली। अभिनेता अपारशक्ति खुराना ने कहा कि मनोरंजन करने वाले माध्यम सिनेमा से बदलाव को लेकर बहुत ज्यादा उम्मीद नहीं करनी चाहिए। डर-हास्य पर आधारित ‘स्त्री’ फिल्म में बिट्टू का किरदार निभाने वाले अभिनेता का मानना है कि अगर कहानी ठीक तरीके से कही गयी है तो उसके विषय को लेकर लोग जागरूक हो सकते हैं।
खुराना ने ‘पीटीआई भाषा’ के साथ साक्षात्कार में कहा, ‘‘जब भी आप कुछ उपदेश देने की कोशिश करते हैं तो लोग इसे स्वीकार नहीं करते और अपने जीवन में नहीं उतारते। लेकिन अगर यह एक हल्के-फुल्के अंदाज में बताया जाता है तो लोग इसे ठीक तरीके से समझते हैं और यह फिल्मों के लिए उसी तरह सच है जिस तरह जीवन के लिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘फिल्मों से कभी समाधान नहीं मिलता। वे केवल मनोरंजन के लिए है। आप उससे जागरूक हो सकते हैं। ‘पान सिंह तोमर’ देख कर कोई धावक नहीं बनता। आप वापस जाते हैं और सो जाते हैं।’’ अपारशक्ति, अभिनेता आयुष्मान खुराना के छोटे भाई हैं। ‘दंगल’ फिल्म में नजर आ चुके अपारशक्ति खुराना की आने वाली फिल्म ‘राजमा चावल’ और ‘लुका छिपी’ है।