रियो डी जनेरिया। ब्राजील के रियो डी जनेरियो स्थित राष्ट्रीय संग्रहालय को रविवार देर रात लगी आग में काफी नुकसान होने की आशंका है जहां बड़ी संख्या में ऐतिहासिक कलाकृतियों और लातिन अमेरिका के दस्तावेज रखे थे। संग्रहालय के अधिकारियों ने बताया कि यह कहना अभी जल्दबाजी होगी कि क्या बचा और नष्ट हो गया क्योंकि अग्निशमन कर्मी अभी भी आग को पूर्ण रूप से बुझाने पर काम कर रहे हैं और इसका आकलन कर रहे हैं कि अंदर प्रवेश करना सुरक्षित होगा या नहीं।
आग लगने के ठीक बाद इस सांस्कृतिक क्षति को देखते हुए लोगों में गुस्सा उभर आया। ब्राजील के अधिकारियों का मानना है कि सरकार द्वारा वर्षों से इस मद में की जा रही बजट की कटौती से संग्रहालय की यह स्थिति हुई है। इनका मानना है कि बजट की कमी से देश के बहु-सांस्कृतिक विरासत को नुकसान पहुंच रहा है।
ब्राजील के राष्ट्रपति माइकल टेमर ने इस आग को दुखद घटना बताते हुए कहा कि इससे विरासत और ज्ञान को बेहद क्षति पहुंची है। इस संग्रहालय में अति प्राचीन समय के जीवाश्म भी रखे हैं। इसमें ब्राजील के बेलो होरिजोंटे शहर के बाहर से 1975 में खुदाई में मिले जीवाश्म भी हैं।
यह ऐसा जीवाश्म है जिसके बारे में 1990 के दशक के मध्य में हुई जांच में वैज्ञानिकों ने पाया था कि यह अमेरिका प्रायद्वीप का सबसे पुराना जीवाश्म है। उसके बाद उसे ‘लुजिया’ नाम दिया गया। इस संग्रहालय में ममी भी रखी हुई थी। यहां सिर्फ ब्राजील ही नहीं दुनिया भर की कलाकृतियां, जीवाश्म और महत्वपूर्ण वस्तुएं रखी थीं।