नयी दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने नोटबंदी के बाद जमा हुए रूपयों के संदर्भ में रिजर्व बैंक की ओर से आधिकारिक आंकड़ा जारी किए जाने के बाद आज सरकार पर निशाना साधा और कहा कि नोटबंदी की वजह देश को 2.25 लाख करोड़ रुपये की चपत लगी है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का परोक्ष रूप से हवाला देते हुए सवाल किया, ‘‘याद करिए कि किसने कहा था कि तीन लाख करोड़ रुपये वापस नहीं आएंगे और यह सरकार के लिए लाभ होगा?’’
चिदंबरम ने ट्वीट कर कहा, ‘‘मुझे संदेह है कि नेपाल और भूटान में 13,000 करोड़ रुपये के मूल्य के नोटों में से कुछ खो गए या नष्ट हो गए। इसका मतलब यह कि सरकार और आरबीआई ने सिर्फ 13,000 करोड़ रुपये के मूल्य के नोट चलन से बाहर किए और देश को भारी कीमत चुकानी पड़ी है।’’ चिदंबरम ने कहा, ‘‘नोटबंदी के दौर में 100 से अधिक लोगों की जान गई। 15 करोड़ लोगों ने कई हफ्तों तक अपनी जीविका खो दी। सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्योग क्षेत्र में हजारों इकाइयां बंद हो गईं। लाखों नौकरियां चली गईं।’’
उन्होंने दावा किया, ‘‘भारतीय अर्थव्यवस्था को जीडीपी का 1.5 फीसदी का नुकसान हुआ। यह नुकसान एक साल में 2.25 लाख करोड़ रुपये का था।’’ आरबीआई ने आज आंकड़े जारी कर बताया कि नोटबंदी के दौरान 15 लाख 41 हजार करोड़ रुपये मूल्य के नोट चलन में थे। इनमें से 15 लाख 31 हजार करोड़ रुपये मूल्य के नोट अब तक वापस आ चुके हैं।