पर्ल हार्बर (अमेरिका)। कोरियाई युद्ध में मारे गये अमेरिकी सैनिकों के अवशेष 65 साल बाद अंतत: घर वापस आ रहे हैं। हालांकि, इन सैनिकों के घर वालों को अभी अपने प्रियजनों के अवशेष मिलने में वर्षों लग सकते हैं क्योंकि वैज्ञानिकों और इतिहासकारों को इनकी पहचान करने में वक्त लगेगा।
कोरियाई युद्ध खत्म हुए 65 साल हो गए हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग उन के बीच 12 जून को सिंगापुर में हुई वार्ता के दौरान दोनों नेताओं के बीच, युद्ध में मारे गए सैनिकों के अवशेष वापस अमेरिका भेजने पर भी सहमति बनी थी। किम युद्ध में मारे गये सैनिकों के अवशेष लौटाने पर जारी हो गये थे।
जून में वार्ता के बाद उस दिशा में ज्यादा प्रगति नहीं होने को लेकर आलोचनाओं में घिरे ट्रंप ने ‘‘वादा पूरा’’ करने के लिए किम की तारीफ की। उपराष्ट्रपति माइक पेंस अवशेष वापस लौटने के बाद हवाई में आयोजित एक कार्यक्रम में सैनिकों के परिजनों से मुलाकात करेंगे।
55 सैनिकों के अवशेष लेकर लौट रहे ताबूत संयुक्त राष्ट्र अमेरिका के राष्ट्रीय ध्वज में लिपटे हुए हैं। कोरियाई प्रायद्वीप में 1950 से 1953 तक चले युद्ध में 35,000 से अधिक अमेरिकी सैनिक मारे गये थे। करीब 7,700 सैनिक अब तक लापता हैं। इनमें से ज्यादातर सैनिक उत्तर कोरिया की सीमा में लापता हुए थे।