लखनऊ। उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने कहा कि जब बात विकास की हो तो उसमें कोई राजनीति नहीं होनी चाहिये। कोई भी निवेश उस राज्य का होता है किसी राजनीतिक दल का नहीं। उन्होंने कहा कि राज्य की भाजपा सरकार पूर्व की सरकारों के समय निवेशकों से किये गये वादों का सम्मान करेगी। महाना ने कहा कि किसी राज्य में किया गया निवेश उस राज्य का होता है, किसी राजनीतिक दल का नहीं। सरकार तो सतत प्रक्रिया है इसलिए 2012 में तत्कालीन सरकार ने निवेशकों को जिन रियायतों के लिये संकल्प व्यक्त किया था, हम उसका सम्मान करेंगे।
महाना ने कहा कि यह सरकार चूंकि प्रतिबद्धताओं को पूरा कर रही है इसलिए सरकार में भरोसा बढा है। जितनी बडी औद्योगिक इकाइयां उत्तर प्रदेश में बीते 15 साल में आयीं, उसके दोगुने से भी अधिक उद्योग इस वर्ष आये हैं। राज्य के निवेश का रोडमैप समझाते हुए महाना ने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य दो साल में अधिक से अधिक निवेश लाना है। राज्य में होने वाली ‘ग्राउण्ड ब्रेकिंग सेरेमनी’ का मतलब है कि 60 हजार करोड रूपये के निवेश का जमीन के स्तर पर कार्य प्रारंभ होगा। आवास, बिजली, आईटी, गन्ना, बागवानी, इलेक्ट्रानिक्स, वस्त्र सहित विभिन्न क्षेत्रों की कंपनियों के इस कार्यक्रम में शामिल होने की उम्मीद है।
मंत्री ने कहा कि उक्त निवेश से लगभग दो लाख नौकरियों का सृजन होगा। उत्तर प्रदेश इन्वेस्टर्स समिट 21 और 22 फरवरी को हुई थी, जिसमें 4.28 लाख करोड रूपये के एमओयू पर दस्तखत हुए थे। एक सवाल आ सकता है जो स्वाभाविक भी है कि इन्वेस्टर्स समिट पूर्व में भी होती थीं लेकिन जमीनी हकीकत ये होती थी कि कोई निवेश नहीं हुआ। यह हमारे लिए बडी चुनौती है। राज्य में 60 हजार करोड रूपये के निवेश के लिए 74 औद्योगिक इकाइयों का भूमि पूजन किया जाएगा।